100 से ज्यादा शोरूम में चोरी कर चुके तीन गिरफ्तार, लाखों का माल बरामद
दिल्ली-एनसीआर में सौ से अधिक इलेक्ट्रॉनिक और अन्य शोरूम में चोरी कर चुके गिरोह के तीन सदस्यों को इंदिरापुरम पुलिस ने सोमवार सुबह कनावनी पुलिया के पास से धर दबोचा। पुलिस ने बदमाशों के पास से 15 लाख रुपये की नकदी, चार लग्जरी गाड़ियां, एक विदेशी स्पोर्ट्स मोटरसाइकिल और 29 लैपटॉप बरामद किए हैं। गिरफ्तार चोरों में एक महिला है। पुलिस के अनुसार गिरोह का सरगना तिहाड़ जेल में बंद है। पुलिस अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
संवाद सहयोगी, इंदिरापुरम (गाजियाबाद): दिल्ली-एनसीआर में सौ से अधिक इलेक्ट्रॉनिक और अन्य शोरूम में चोरी कर चुके गिरोह के तीन बदमाशों को इंदिरापुरम पुलिस ने सोमवार को धर दबोचा। पुलिस ने बदमाशों के पास से 15 लाख रुपये की नकदी, चार लग्जरी गाड़ियां, एक विदेशी स्पोर्ट्स मोटरसाइकिल और 29 लैपटॉप बरामद किए हैं। गिरफ्तार आरोपितों में एक महिला भी है। पुलिस के अनुसार, गिरोह का सरगना तिहाड़ जेल में बंद है।
एसपी सिटी श्लोक कुमार ने बताया कि ट्रांस ¨हडन में पिछले कुछ दिनों से इलेक्ट्रॉनिक और लैपटॉप शोरूम में लगातार चोरियां हो रहीं थी। इसी कड़ी में पुलिस चोरों की तलाश में जुटी थी। सोमवार सुबह टीम कनावनी पुलिया के पास चे¨कग कर रही थी। मुखबिर की सूचना पर कार सवार दो युवक और महिला को रोका गया तो वे भागने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने उन्हें पकड़कर तलाशी ली तो युवकों के पास से तमंचे मिले। कार में कई लैपटॉप भी मिले। जांच में पता चला कि सभी चोरी के हैं। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने 29 लैपटॉप, पांच एलईडी, एक मॉनिटर, ताले काटने का कटर, तीन और गाड़ियां, एक विदेशी स्पोर्ट्स मोटरसाइकिल, दो स्कूटी और 15 लाख रुपये नकद बरामद किए। आरोपितों की पहचान राजवीर ¨सह चौहान उर्फ राजू निवासी सरगम अपार्टमेंट सेक्टर-45 नोएडा, संजय अरोड़ा निवासी न्यू हाउ¨सग बोर्ड दादरी गेट भिवानी और अंजू निवासी गैंदावाला जिला मुरादाबाद के रूप में हुई। आरोपितों के खिलाफ दिल्ली, गाजियाबाद, देहरादून, नोएडा, आगरा आदि शहरों के थानों में रिपोर्ट दर्ज है।
सरगना जेल से देता था फरमान: पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि गिरोह का सरगना फरमान तिहाड़ जेल में है। शोरूम में चोरी करने की जानकारी जेल से दी जाती थी। गिरफ्तार राजू जेल जाकर फरमान से बात करता और वारदात को अंजाम देता था। चोरी के बाद माल बेचकर बचत के रुपये फरमान की पत्नी को पहुंचाए जाते हैं। गिरोह में एक फरार साथी सचिन और दो अन्य लोग भी हैं। सचिन गिरफ्तार हुई अंजू का पति है। एलईडी के उन्हें पांच हजार, पैंट के 150 रुपये, साड़ी के 100 और लैपटॉप के 5 हजार रुपये मिलते थे। इंटरनेट पर सर्च करते थे शोरूम गिरोह के सदस्य इंटरनेट पर शोरूम को सर्च करते थे। गूगल मैप पर ही इसके आसपास के रास्ते और लोकेशन ढूंढते थे। इसके बाद महिला को साथ लेकर एक चोर रेकी करने जाता था। लग्जरी कार में पुलिसकर्मी भी उन्हें नहीं रोकते थे। चे¨कग के दौरान रोका जाता तो वे खुद को पति-पत्नी बताकर निकल जाते थे। तीन दिन तक रेकी करने के बाद वह रात के समय ताले काटकर चोरी की घटना को अंजाम देते थे। वारदात के बाद कार में महिला आगे बैठती थी। महिला को देखकर पुलिस उन्हें चे¨कग के लिए नहीं रोकती थी।
100 से अधिक वारदात को दिया अंजाम: पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि गिरोह की ओर से 100 से अधिक चोरियों को अंजाम दिया गया है। सभी लोग मस्ती और अय्याशी के लिए चोरी करते थे। पकड़ा गया बदमाश राजवीर चोरी करने के बाद एक ही रात में एक लाख रुपये अय्याशी में उड़ा देता था।