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दीपावली से कई माह पहले जिले में पहुंची पटाखों की खेप

आशुतोष गुप्ता गाजियाबाद जिले में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर दीपावली के दौरान पुलिस-प्रशासन पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के लिए तमाम कोशिश कर रहा है। पटाखों के अवैध भंडारण पर कार्रवाई भी हो रही है। वहीं हकीकत के धरातल पर देखें तो जिले में जिस हिसाब से पटाखों की खेप पहुंच रही है उसकी तुलना में ये कार्रवाई ऊंट के मुंह में जीरा की कहावत चरितार्थ कर रही है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Oct 2021 03:13 PM (IST)Updated: Fri, 22 Oct 2021 03:55 PM (IST)
दीपावली से कई माह पहले जिले में पहुंची पटाखों की खेप
दीपावली से कई माह पहले जिले में पहुंची पटाखों की खेप

आशुतोष गुप्ता, गाजियाबाद : जिले में बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर दीपावली के दौरान पुलिस-प्रशासन पटाखों पर प्रतिबंध लगाने के लिए तमाम कोशिश कर रहा है। पटाखों के अवैध भंडारण पर कार्रवाई भी हो रही है। वहीं हकीकत के धरातल पर देखें, तो जिले में जिस हिसाब से पटाखों की खेप पहुंच रही है, उसकी तुलना में ये कार्रवाई ऊंट के मुंह में जीरा की कहावत चरितार्थ कर रही है। जिले में पटाखों की खेप अब से कई माह पूर्व ही पहुंच चुकी है। पटाखों का अवैध कारोबार करने वाले पूर्व में ही पटाखों का भंडारण कर चुके हैं। अब चोरी-छिपे पटाखों की बिक्री कर रहे हैं। बड़े स्तर पर पटाखों की बिक्री के बावजूद कार्रवाई काफी कम ही हो पाती है। बता दें कि पिछले चार साल से प्रदूषण के चलते एनजीटी ने एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर सख्ती की हुई है। गली-मोहल्लों तक में होती है बिक्री : जिले में बड़े स्तर पर पटाखों के कारोबार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले से आसपास के जिलों में भी पटाखों की आपूर्ति होती है। हालत यह है कि जिले के गली-मोहल्लों तक में पटाखों का कारोबार होता है। लोग अपनी दुकानों और घरों से पटाखों का चोरी-छिपे कारोबार करते हैं। वाट्सएप पर भी लेते हैं आर्डर : पिछले कुछ वर्षों में सख्ती के बाद पटाखों की बिक्री के लिए कारोबारियों ने वाट्सएप का सहारा लिया है। इससे वे पटाखों के आर्डर लेते हैं और आपूर्ति करते हैं। छोटे कारोबारी भी इनसे पटाखे लेकर फुटकर में बेचते हैं। यही कारण रहा है कि एनजीटी के आदेश के बावजूद पिछले चार साल में जिले में पटाखों के जलने में कमी नहीं आई। हद तो यह है कि जिले में परचून और किराना समेत अन्य दुकानों पर दीपावली पर पटाखे पहुंच जाते हैं। कारोबारी अपने घरों से पटाखों का कारोबार करते हैं। वह ग्राहकों से आर्डर लेकर पटाखों की होम डिलीवरी करते हैं। बाक्स..

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ये स्थान भंडारण के लिहाज से हैं कुख्यात

रमतेराम रोड, चौपला, दिल्ली गेट, सराय नजर अली, बजरिया, मालीवाड़ा, नेहरूनगर, राजनगर, कविनगर, चिरंजीव विहार, संजयनगर सेक्टर 23, फर्रुखनगर, शालीमार गार्डन, लोनी, कविनगर औद्योगिक क्षेत्र, डासना, मसूरी, मोदीनगर, मुरादनगर, भोजपुर, निवाड़ी, राकेश मार्ग। बाक्स..

एक नजर में कार्रवाई

-15 अक्टूबर 2021 : नगर कोतवाली क्षेत्र के सराय नजर अली में घर से पटाखों की खेप बरामद, एक गिरफ्तार।

-14 अक्टूबर 2021 : सिहानी गेट थाना क्षेत्र के मालीवाड़ा में पटाखों का गोदाम पकड़ा, एक गिरफ्तार, 10 लाख कीमत के पटाखे बरामद।

-11 अक्टूबर 2021 : मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र के मेरठ रोड पर चल रही पटाखों की फैक्ट्री पकड़ी, छह गिरफ्तार, तीन करोड़ कीमत के पटाखे बरामद।

-एक अक्टूबर 2021 : फर्रुखनगर से प्रशासन ने 90 लाख कीमत के पटाखे जब्त किए हैं और तीन लोगों पर रिपोर्ट दर्ज।

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पटाखों के अवैध कारोबार पर होगी कार्रवाई : एसएसपी

जिले में पहुंची पटाखों की खेप को लेकर जिला प्रशासन सतर्क है। हालांकि जिस हिसाब से जिले में पटाखे की खेप पहुंच रही है, उसके सापेक्ष हो रही कार्रवाई नगण्य है। इसे लेकर जिले के एसएसपी पवन कुमार का कहना है कि पटाखों की कारोबार पर प्रतिबंध है। पुलिस लगातार पटाखों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इसके लिए एसआइटी का गठन भी किया जा रहा है। एसआइटी जिलेभर में पटाखों के अवैध कारोबार पर सख्ती से काबू पाएगी। हाल में पटाखा कारोबारियों पर कार्रवाई भी की गई है।


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