स्कूल की बदली सूरत तो तीन दिन में हुए 40 दाखिले
जागरण संवाददाता गाजियाबाद पिछले लंबे समय से प्राथमिक विद्यालय कैला जनरल-2 के खंडहर हो ज
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : पिछले लंबे समय से प्राथमिक विद्यालय कैला जनरल-2 के खंडहर हो जाने की वजह से यहां बच्चों के लिए पढ़ना मुश्किल हो रहा था। बदहाल स्कूल और शिक्षकों की कमी होने से अभिभावक बच्चों का दाखिला नहीं करा रहे थे। स्थानीय पार्षद जाकिर सैफी ने परेशानी देखते हुए स्कूल का काम शुरू करते हुए ढांचा खड़ा कराया तो नगर निगम से भी मदद मिली। अब स्कूल की सूरत बदली तो पिछले तीन दिन में 40 बच्चों ने दाखिला लिया है। फिलहाल स्कूल में सौ से अधिक छात्र-छात्राओं के दाखिले हैं।
कैला जनरल प्राइमरी स्कूल-2 जर्जर होने की वजह से गिरने की कगार पर था। स्कूल में शिक्षकों की भी कमी थी। पार्षद जाकिर सैफी ने बताया कि कोरोना के दौरान अभिभावक निजी विद्यालयों में बच्चों की फीस जमा नहीं कर पाए तो बड़ी संख्या में बच्चों के नाम कट गए थे। ऐसे में अभिभावकों के पास सरकारी विद्यालय का ही विकल्प था, लेकिन स्कूल की जर्जर हालत होने की वजह से वह बच्चों को स्कूल में दाखिला नहीं दिला रहे थे।
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स्कूल खुलने तक काम हो जाएगा पूरा जाकिर सैफी ने बताया कि स्कूल में तीन कमरों का ढांचा खड़ा कराया था, गेट, विडो, वेंटिलेटर लगवाए, दो टायलेट बनवाए तो उसके बाद नगर निगम से मदद मिली और वहां से लेंटर, प्लास्टर, रंगाई-पुताई और फर्श और टायलेट भी बनवाए गए। दिव्यांगों के लिए एक विशेष शौचालय बनाया गया है। बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की कमी की बात रखी तो वहां से अस्थायी तौर पर शिक्षकों की भी व्यवस्था कर दी गई है। अब 20 मई से बच्चों की गर्मी की छुट्टी हो जाएगी तो स्कूल खुलने तक रसोई बनाने सहित अन्य काम कर लिया जाएगा। फर्नीचर का भी किसी एनजीओ से मदद लेकर इंतजाम कराने का प्रयास चल रहा है।
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स्कूल खंडहर होने की वजह से बच्चे सुरक्षित नहीं थे। अब यहां नई इमारत बन गई है तो आसपास के बच्चों की पढ़ाई हो सकेगी। सभी आसपास के अभिभावकों ने अपने बच्चों के दाखिले कराए हैं। मेरे बच्चे का कक्षा तीन में दाखिला हुआ है।
- सैय्यद समीर अली, अभिभावक