बचाओ सरकार, जिले में रोजाना आधी आबादी हो रही अपराध की शिकार
फोटो जीपीजी 2 ---------- - जिले में महिला संबंधी अपराध में लगातार आ रही है तेजी - हत्या दु
फोटो जीपीजी 2
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- जिले में महिला संबंधी अपराध में लगातार आ रही है तेजी
- हत्या, दुष्कर्म, छेड़छाड़, उत्पीड़न, अपहरण पर नहीं काबू
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आशुतोष गुप्ता, गाजियाबाद
देश की राजधानी से सटे गाजियाबाद में भले ही पुलिस महिलाओं के प्रति सुरक्षा के लाख दावे करती हो लेकिन हकीकत यही है कि लगातार महिला दरिदों का शिकार हो रही है और पुलिस कुछ नहीं कर पा रही। जिले में दुष्कर्म से लेकर महिलाओं के साथ छेड़छाड़ जैसी घटनाओं में तेजी आई है। पुलिस महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों को रोकने में नाकाम साबित दिखाई दे रही है। पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मामलों के आंकड़ों पर गौर करे तो यह पूरी दास्तां स्वयं ही बयां कर देते हैं।
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एंटी रोमियो स्कवाड भी हुआ निष्क्रिय
प्रदेश में पहले टर्म में योगी सरकार बनने के बाद महिला सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन किया गया था। थाना स्तर पर स्क्वाड गठित हुआ था। शुरुआत में शोहदों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई भी हुई थी। योगी सरकार 2.0 में भी तेजी से कार्रवाई हुई लेकिन वर्तमान में एंटी रोमियो स्क्वाड निष्क्रिय दिखाई दे रहा है।
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बहुत से मामले नहीं पहुंचते पुलिस तक
पुलिस का ये आंकड़े तो केवल वह है जिनकी थानों में रिपोर्ट दर्ज की जाती है। कई मामलों में आपसी समझौता हो जाता है और कई मामलों में लोक-लाज के भय और सामाजिक ²ष्टि से पीड़ित स्वयं ही मामले को दबा देते हैं और रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाने नहीं जाते।
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पिछले तीन वर्षों में हुए महिला अपराध
वर्ष - 2022- 2021 - 2020
दुष्कर्म - 29 - 59 - 22
अपहरण - 39 - 107 - 100
छेड़खानी - 50 - 162 - 123
दहेज हत्या - 17 - 36 - 27
हत्या - 06 - 14 - 17
दहेज उत्पीड़न - 261 - 543 - 203
कुल - 410 - 921 - 492
(नोट : 2022 के आंकड़े 15 मई तक)
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महिला संबंधी अपराधों पर काबू पाने के लिए एंटी रोमियो स्क्वाड को सक्रिय किया जा रहा है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में सादे वस्त्रों में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जा रही है। थानों पर महिला हेल्प डेस्क को प्रभावी बनाया जा रहा है। महिला सुरक्षा को लेकर प्रभावी योजना तैयार कर काम किया जाएगा।
मुनिराज जी., एसएसपी, गाजियाबाद