सरकारी गनर की गोली से पार्षद के निजी सुरक्षाकर्मी की मौत, हत्या का आरोप
बम्हैटा में बुधवार रात पार्षद के सरकारी गनर की गोली लगने से निजी गनर की मौत हो गई। घटना के वक्त मृतक सरकारी गनर बाउंसर और पार्षद का बेटे के साथ घर के एक कमरे में थे। गनर की मौत कार्बाइन की गोली लगने से हुई है। स्वजनों ने सरकारी गनर पार्षद के बेटे और बाउंसर के खिलाफ हत्या की तहरीर दी है। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों को सौंप दिया है।
जासं, गाजियाबाद : बम्हैटा में बुधवार रात पार्षद के सरकारी गनर की गोली लगने से निजी सुरक्षाकर्मीकी मौत हो गई। घटना के वक्त सरकारी गनर, बाउंसर, पार्षद का बेटा और निजी सुरक्षाकर्मी घर के एक कमरे में साथ थे। निजी सुरक्षाकर्मी की मौत कार्बाइन की गोली लगने से हुई है। स्वजनों ने सरकारी गनर, पार्षद के बेटे और बाउंसर के खिलाफ हत्या की तहरीर दी है। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। शव पोस्टमार्टम के बाद स्वजनों को सौंप दिया गया है।
बम्हैटा गांव निवासी पार्षद वेदपाल उर्फ वेदू पहलवान को एक मामले में गवाह होने के कारण सरकारी गनर अजय मिला हुआ है। एटा के गांव नंगला पड़ाव निवासी पंकज राजपूत पार्षद का निजी सुरक्षाकर्मी था। वेदपाल ने एक निजी बाउंसर भी रखा हुआ था। तीनों के लिए पार्षद ने एक कमरा अलग से दे रखा था। बुधवार रात को पार्षद का बेटा कपिल और तीनों अंगरक्षक कमरे में मौजूद थे। रात को अचानक गोली की आवाज सुनकर मौके पर पार्षद पहुंचे। वहां पर चला कि पंकज के पेट में गोली लग गई है। इसके बाद घायल गनर को यशोदा अस्पताल में ले जाया गया। यहां से उसे नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में रेफर कर दिया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल की छानबीन की और बेटे के साथ तीनों दोनों अंगरक्षकों को हिरासत में ले लिया। पंकज के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस ने घटना की सूचना मृतक के स्वजनों को दी। बृहस्पतिवार को स्वजन गाजियाबाद पहुंचे। मृतक के भाई राजेश राजपूत ने बताया कि उसके भाई पंकज ने बुधवार शाम को अपनी पत्नी के पास फोन किया था। उसने पत्नी को बताया कि उसकी सरकारी गनर, बाउंसर से अनबन हो गई है। वह उसकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। वह घर आना चाहता है, मगर उसे घर नहीं आने दिया जा रहा है। आरोप है कि कपिल, अजय व अनिल ने उसे कमरे में बंधक बना लिया। और गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
हाल में नौकरी पर आए थे पंकज
पंकज ने 11 जनवरी को पार्षद यहां पर निजी सुरक्षा गनर के तौर पर नौकरी शुरू की थी। हालांकि इससे पहले भी वह पार्षद के गनर रह चुके हैं। 35 वर्षीय पंकज एक बेटा अंशुल कक्षा दस और एक बेटा ऋषभ कक्षा चार में पढ़ता है। परिवार की जिम्मेदारी पंकज ही संभालते थे।
मजाक में चली गोली
सरकारी गनर अजय ने बताया कि निजी गनर उससे मजाक कर रहा था। कार्बाइन की मैग्जीन निकलाने का प्रयास कर रहा था। इस दौरान कार्बाइन से गोली चल गई। गोली चलने के बाद वह खुद घायल हालत में पंकज को अस्पताल लेकर पहुंचा। उसने खुद ही घटना की सूचना पुलिस और पार्षद को दी। उसकी पंकज को कोई अनबन नहीं थी। वह साथ में ही खाना खाते थे। हत्या का आरोप बेबुनियाद है। मृतक के स्वजनों ने हत्या की तहरीर दी है। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पार्षद के बेटे कपिल, गनर अजय व बाउंसर अनिल को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शुरुआती जांच में घटना हादसा प्रतीत हो रही है। प्रारंभिक जांच में सिपाही की लापरवाही सामने आई है। उसे निलंबित कर दिया गया है।
- आतिश कुमार, सीओ