इंदिरापुरम के ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने पर खर्च होंगे 270 करोड़ रुपये
चरणबद्ध तरीके से डीपीआर पर काम करके ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : इंदिरापुरम का ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त करने में 270 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सलाहकार एजेंसी ने मौखिक रूप से जीडीए अधिकारियों से ड्रेनेज सिस्टम की डीपीआर को लेकर प्रारंभिक रिपोर्ट साझा की है। साथ ही बताया है कि चरणबद्ध तरीके से डीपीआर पर काम करके ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त किया जाएगा।
इंदिरापुरम आवासीय योजना को वर्ष 1990 में जीडीए ने विकसित किया था। एकल यूनिट मकान के लिए इसे डिजाइन किया गया था। लोगों के रुझान को देखते हुए हुए यहां मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनाने की इजाजत दे दी गई थी। वर्ष 2014 के बाद इस इलाके में तेजी से मल्टीस्टोरी बिल्डिग खड़ी होने लगीं। इसके साथ ही यहां पेयजल, सीवर और ड्रेनेज की समस्या बढ़ गई। अहिसाखंड में एनजीटी के आदेश पर पहले से सुधार कार्य चल रहे हैं। इस हिस्से को छोड़ कर इंदिरापुरम के बाकी 1222 एकड़ क्षेत्र की पेयजल, सीवर और ड्रेनेज की समस्या को दूर करने के लिए सलाहकार के माध्यम से डीपीआर तैयार कराई जा ही है। सीवर और पानी की डीपीआर पहले बन चुकी है। अब सलाहकार ने ड्रेनेज सिस्टम को लेकर तैयार की प्रारंभिक रिपोर्ट पर जीडीए अधिकारियों से विचार विमर्श किया है। सलाहकार ने बताया है कि ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त में तीन साल का वक्त लगेगा। इस कार्य में करीब 270 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। कई नाले जुड़े नहीं हैं, उन्हें जोड़ने का सुझाव दिया है। कुछ नालों को बंद करने का सुझाव है। इसके अलावा नालों की गहराई और ढलान सुधारने की बात सलाहकार ने बताई है। इस काम को चरणबद्ध तरीके से करना बेहतर बताया है। दो डीपीआर पहले बन चुकीं
सीवर और पेयजल लाइन को लेकर डीपीआर पहले बन चुकी है। पेयजल की व्यवस्था को दुरुस्त करने पर डीपीआर में 84 करोड़ रुपये का खर्च बताया गया है। सात चरणों पेयजल पाइपलाइन को दुरुस्त किया जाएगा। नई लाइन बिछाने में 74 करोड़ रुपये होंगे। बाकी छह चरणों में 71 ट्यूबवेल लगाने और टंकियां बनाने की योजना है। सीवर सिस्टम को दुरुस्त करने पर करीब 81 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
इंदिरापुरम के वार्ड-99 के पार्षद अभिनव जैन ने बुधवार को सीवर और ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त करने के लिए जीडीए के मुख्य अभियंता विवेकानंद सिंह से फोन पर वार्ता की। जीडीए की तरफ से मुख्य अभियंता ने बताया कि ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने की प्रारंभिक रिपोर्ट मौखिक रूप से पता चली है। चरणबद्ध तरीके से इस काम को कराया जाएगा। वहीं सीवर व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए डीपीआर पहले से तैयार है। फंड की उपलब्धता पर उसे भी कराया जाएगा। तिकोना पार्क से कूड़ा उठवाने, तिकोना पार्क में माली नियुक्त करने और आम्रपाली ग्रीन के सामने सड़क पर गड्ढे भर भरवाने समेत कई मांग की हैं। इंदिरापुरम के ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने पर 270 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। मौखिक रूप से सलाहकार एजेंसी ने इसकी जानकारी दी है।
- विवेकानंद सिंह, मुख्य अभियंता, जीडीए