जिला एमएमजी अस्पताल में छत का हिस्सा टूटकर गिरा
जिला एमएमजी अस्पताल की जर्जर हालत अब मरीजों के साथ अस्पताल कर्मचारियों के लिए खतरा बन गई है। सोमवार को अस्पताल में दवाई वितरित करने वाले कमरे की छत का एक हिस्सा टूटकर गिर गया। वहां मौजूद पांच लोग मामूली रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद लगभग दो घंटे तक अस्पताल में दवा वितरण बंद रहा और मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
जासं, गाजियाबाद : जिला एमएमजी अस्पताल की जर्जर हालत अब मरीजों के साथ अस्पताल कर्मचारियों के लिए खतरा बन गई है। सोमवार को अस्पताल में दवाई वितरित करने वाले कमरे की छत का एक हिस्सा टूटकर गिर गया। वहां मौजूद पांच लोग मामूली रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद लगभग दो घंटे तक अस्पताल में दवा वितरण बंद रहा और मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।
जिला एमएमजी अस्पताल की इमारत को विभागीय इंजीनियर और शासन की टीम जर्जर घोषित कर चुकी है। अस्पताल की इमारत तो ध्वस्त करके दोबारा से निर्माण किए जाने का प्रस्ताव भी शासन द्वारा मंजूर किया जा चुका है, लेकिन मल्टी स्टोर बिल्डिग बनाए जाने के दौरान अस्पताल की ओपीडी व अन्य सेवाएं कहां और कैसे संचालित होंगी इसका निर्णय नहीं हो सका है। जिसके चलते अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों और वहां काम करने वाले स्टाफ के लिए खतरा बना हुआ है। सोमवार की सुबह लगभग साढ़े नौ बजे मरीजों को दवा वितरण करने वाले कमरे की छत का एक हिस्सा टूटकर गिर गया। छत का हिस्सा सीलिग पर गिरा और सीलिग कमरे में बैठे फार्मासिस्टों पर गिरी। हादसे के दौरान कमरे में फार्मासिस्ट वीपी सचान, बांकेलाल, ममता, ह्रदयेश कुमार समेत पांच कर्मचारी मौजूद थे। सीलिग गिरने से पाचों मामूली रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत इमरजेंसी में ले जाया गया और प्राथमिक उपचार दिलवाया गया। इस दौरान लगभग दो घंटे तक अस्पताल में दवा वितरण का काम रुका रहा और मरीजों को तपती गर्मी में दवा का इंतजार करना पड़ा। अस्पताल के सीएमएस डॉ. रविद्र राणा ने बताया कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई है। हादसे के बाद दूसरे कमरे से दवा का वितरण किया गया। इस संबंध में सीएमओ कार्यालय को सूचना भेजने के साथ ही छत को रिपेयर करने के निर्देश दिए गए हैं।