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ओलावृष्टि के साथ हुई 5.6 एमएम बारिश

बृहस्पतिवार की सुबह से ही शुरू हुई बूंदाबादी शाम होते ही तेज बारिश में बदल गई। इससे सर्दी और बढ़ गई। यह बेमौसम बारिश फसलों के लिए भी हानिकारक है। इस समय सरसों की फसल में फूल आ गए हैं। कृषि वैज्ञानिक डा. अर¨वद यादव का कहना है कि बरसात व ओला वृष्टि गेहूं व अन्य फसलों को ज्यादा नुकसान तो नहीं पहुंचायेगी, लेकिन अगर ऐसे में लगातार अधिक बरसात व ओला वृष्टि होती है तो वह गेंहू के साथ साथ सभी फसलों के लिए भी काफी नुकसानदेय साबित हो सकती है। पिछले सप्ताह बारिश होने से भी फसलों को काफी नुकसान हुआ था।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 09:31 PM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 09:31 PM (IST)
ओलावृष्टि के साथ हुई 5.6 एमएम बारिश
ओलावृष्टि के साथ हुई 5.6 एमएम बारिश

जासं, गाजियाबाद : पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से एक बार फिर हवा का दबाव बढ़ने के कारण गाजियाबाद के साथ ही एनसीआर में बृहस्पतिवार को ओलावृष्टि के साथ ही 5.6 एमएम बारिश हुई। इससे तापमान में मामूली गिरावट भी दर्ज की गई। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि शुक्रवार को भी बूंदाबांदी का अनुमान हैं। लेकिन एक सप्ताह में हवा दबाव बढ़ने से दोबारा बारिश की संभावना है। इस बरसात के चलते सरसों की फसल के साथ ही लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। बारिश के बाद महानगर का न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस डिग्री होने के साथ ही 6 किमी प्रति घंटा की रफ्तार व 1013 एमबी दबाव रिकार्ड दर्ज किया गया। दिन भर रुक रुककर हुई बारिश से शहर में जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही। सुबह की बारिश से बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी हुई तो शाम की बारिश से कार्यालय व बाजार से घर पहुंचने वाले लोगों को भी दिक्कत झेलनी पड़ी। शुक्रवार को तापमान में गिरावट आएगी। न्यूनतम तापमान 12 और अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

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बृहस्पतिवार की सुबह से ही शुरू हुई बूंदाबादी शाम होते ही तेज बारिश में बदल गई। इससे सर्दी और बढ़ गई। यह बेमौसम बारिश फसलों के लिए भी हानिकारक है। इस समय सरसों की फसल में फूल आ गए हैं। कृषि वैज्ञानिक डा. अर¨वद यादव का कहना है कि बरसात व ओला वृष्टि गेहूं व अन्य फसलों को ज्यादा नुकसान तो नहीं पहुंचाएगी, लेकिन अगर ऐसे में लगातार अधिक बरसात व ओला वृष्टि होती है तो वह गेंहू के साथ साथ सभी फसलों के लिए भी काफी नुकसानदेय साबित हो सकती है। पिछले सप्ताह बारिश होने से भी फसलों को काफी नुकसान हुआ था।

जगह-जगह हुआ जलभराव

पूरे दिन की बूंदाबांदी से शहर में कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति हो गई। मालीवाड़ा, गौशाला फाटक, ¨हडन मॉटल सहित अन्य क्षेत्रों में जलभराव से परेशानी हुई। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से बारिश और ओलावृष्टि हुई है। बृहस्पतिवार की रात नौ बजे तक 5.6 एमएम बारिश हुई है। अगले सप्ताह तक दोबारा विक्षोभ सक्रिय होगा और दिल्ली एनसीआर के साथ ही गाजियाबाद में भी बारिश होने की संभावना है।

एसबी सिकेरा, कृषि एवं मौसम वैज्ञानिक


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