नौ माह में दस हजार स्थानों पर छापेमारी, चार हजार बिजली चोर पकड़े
विद्युत वितरण निगम विजीलेंस टीम के साथ मिलकर लगातार बिजली चोरों के खिलाफ अभियान चलाया। पिछले करीब नौ माह की बात करें तो जिले में निगम व विजीलेंस टीमों ने सभी 15 डिवीजन में ताबड़तोड़ 10 हजार स्थानों पर छापामारी की, जिसमें करीब चार हजार बिजली चोरी के मामले पकड़े और 2
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : विद्युत वितरण निगम विजिलेंस टीम के साथ मिलकर लगातार बिजली चोरों के खिलाफ अभियान चलाया। पिछले करीब नौ माह की बात करें तो जिले में टीमों ने सभी 15 डिवीजन में ताबड़तोड़ 10 हजार स्थानों पर छापामारी की, जिसमें करीब चार हजार बिजली चोरी के मामले पकड़े और 28 करोड़ 53 लाख से अधिक का जुर्माना वसूला। इसके अलावा दो हजार से ज्यादा लोगों को समन भेजे गये, वहीं साढ़े आठ हजार से अधिक घरेलू कनेक्शन पर अधिक लोड भी पकड़ा गया।
सरकार की सख्ती के चलते विद्युत चोरों के खिलाफ जोरदार अभियान चलाया, जिसमें उर्जा निगम व विजिलेंस टीम ने अकेले और एक साथ मिलकर जिलेभर में छापेमारी की। गत एक दिसंबर 2017 से 14 सितंबर 2018 तक जनपद की सभी 15 डिस्ट्रीब्यूशन डिवीजन में 9889 यानि करीब दस हजार स्थानों पर छापेमारी में चार हजार बिजली चोरी के मामले पकड़े, जिनमें विजिलेंस ने 2853, यूपीपीसीएल टीम ने 6526 व संयुक्त छापामारी में 510 मामले पकड़े गये। उर्जा निगम की ओर से सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। इनमें सर्वाधिक 2848 मामले लोनी में पकड़े गये, जबकि सबसे कम 1213 मामले डिवीजन प्रथम गाजियाबाद में सामने आये हैं। वहीं, घरेलू बिजली पर सर्वाधिक लोड या कमर्शियल उपयोग के मामलों में भी डिवीजन चार लोनी ही आगे रहा, जहां 2250 मामले पकड़ में आए, वहीं सबसे कम प्रथम डिवीजन गाजियाबाद में यह संख्या 1150 रही। पांचों डिवीजन में इनकी कुल संख्या 8572 रही।जुर्माना वसूली की बात करें तो सर्वाधिक नौ करोड़ 40 लाख रुपया डिवीजन चतुर्थ लोनी से वसूला गया। प्रथम डिवीजन गाजियाबाद से 445.23 लाख, द्वितीय डिवीजन से 567.12 लाख, तृतीय डिवीजन से 541.50 लाख व पांचवीं डिवीजन से 359.52 लाख रूपये यानि कुल 28 करोड़ 53 लाख 37 हजार रूपये का असेसमेंट जुर्माना वसूला गया।
केबिल व इंटरनेट आपरेटर्स को नोटिस
विद्युत पोल पर केबिल व इंटरनेट आपरेटर्स ने अवैध रूप से लाइन बिछा दी है। इससे बड़े हादसे होने का खतरा बना रहता है। केबिल व इंटरनेट आपरेटर्स के खिलाफ मिली शिकायत पर उर्जा निगम ने नोटिस जारी कर दिये हैं। चीफ इंजीनियर उर्जा निगम आरके राणा का कहना है कि लगातार मिल रही शिकायतों के चलते यह निर्णय लिया गया है। अगली बार इनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
बिजली चोरी के खिलाफ चलाये जा रहे व्यापक छापेमारी अभियान का मकसद जनपद में सुचारू विद्युत उपलब्ध कराना है। इसका असर यह भी हुआ कि लाइन लॉस में भी कमी आई है। यही वजह है कि प्रदेश में लाइन लॉस के मामले में गाजियाबाद शहर नोएडा के बाद दूसरे नंबर पर आ पहुंचा है। देहात में भी शिकंजा कसा जा रहा है। बिजली चोरों के खिलाफ निगम की ओर से अभियान जारी रहेगा।
-आरके राणा, चीफ इंजीनियर, उर्जा निगम