सिहानी गेट थाने के पास मूक-बधिर से तमंचे के बल पर लूट लिया पर्स व मोबाइल
जागरण संवाददाता गाजियाबाद सिहानी गेट थाने से कुछ कदम की दूरी पर बाइक सवार तीन बदमाशों ने एक मूक-बधिर व्यक्ति से तमंचा लगाकर पर्स व मोबाइल फोन लूट लिया। पीड़ित घटना की शिकायत देने थाने पहुंचे तो पुलिस ने यह कहकर टरका दिया कि अभी खाना खाने का समय है। पीड़ित इशारों में पुलिस को अपने साथ हुई घटना समझाते रहे लेकिन उनकी तहरीर किसी ने नहीं लिखी।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : सिहानी गेट थाने से कुछ कदम की दूरी पर बाइक सवार तीन बदमाशों ने एक मूक-बधिर व्यक्ति से तमंचा लगाकर पर्स व मोबाइल फोन लूट लिया। पीड़ित घटना की शिकायत देने थाने पहुंचे तो पुलिस ने यह कहकर टरका दिया कि अभी खाना खाने का समय है। पीड़ित इशारों में पुलिस को अपने साथ हुई घटना समझाते रहे लेकिन उनकी तहरीर किसी ने नहीं लिखी। बुधवार को उनके मूक-बधिर भाई एक समाजसेवी से पर्चे पर मोटी-मोटी जानकारी लिखवाकर थाने पहुंचे तो पुलिस ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि अपने भाई को बुलाओ।
डासना के इंद्रगढ़ी निवासी ज्ञानचंद मूक-बधिर हैं। इनके दो अन्य भाई भी मूक-बधिर हैं। ज्ञानचंद नोएडा की एक निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। एक अगस्त को वह किसी काम से लोहियानगर आए थे। वापसी में जब वह सिहानी गेट थाने के सामने पुल के नीचे पहुंचे तो बाइक सवार तीन बदमाश आए। उन्होंने ज्ञानचंद की कनपटी पर तमंचा सटा दिया और जेब में हाथ डालकर पर्स व मोबाइल फोन लूट लिया। पर्स में 3500 रुपये व एटीएम कार्ड समेत अन्य कीमती दस्तावेज थे। विरोध पर बदमाशों ने उनके गाल पर तमाचे जड़ दिए और फरार हो गए।
इसके बाद पीड़ित थाने पहुंचे तो पुलिस ने मदद नहीं की और टरकाने का प्रयास किया। इस पर पीड़ित के भाई एक समाजसेवी के पास पहुंचे और इशारों से घटना के बारे में समझाया। समाजसेवी ने पुलिस से बात कर उन्हें थाने भेजा। पीड़ित तहरीर भी नहीं लिख पा रहे थे। पुलिस ने तहरीर लिखने में भी उनकी मदद नहीं की। भाई से कहा कि अपने पीड़ित भाई को बुलाओ तभी कार्रवाई होगी। सिहानी गेट के कार्यवाहक थाना प्रभारी आरिफ खान ने बताया कि पीड़ित को थाने बुलाया गया है। उनसे तहरीर लेकर कार्रवाई की जाएगी।