बंदूकधारी सुरक्षाकर्मियों के साथ पालीथिन के खिलाफ अभियान चलाने का विरोध, हंगामा
मामले की जानकारी प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग महापौर आशा शर्मा और नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर को दी गई। जिसके बाद अभियान को बीच में ही बंद करना पड़ा।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : घंटाघर मार्केट में शनिवार को नगर निगम सिटी जोन के सफाई निरीक्षक अशोक पाल बंदूकधारी सुरक्षाकर्मियों के साथ पालीथिन के खिलाफ अभियान चलाने के लिए पहुंचे तो जबर्दस्त हंगामा हुआ। व्यापारियों ने विरोध किया और स्थानीय पार्षद राजीव भी वहां जाकर धरने पर बैठ गए। मामले की जानकारी प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, महापौर आशा शर्मा और नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर को दी गई। जिसके बाद अभियान को बीच में ही बंद करना पड़ा।
स्थानीय पार्षद राजीव शर्मा का आरोप है कि दीपावली से कुछ दिन पहले ही व्यापारियों पर अनावश्यक दबाव बनाने के लिए नगर निगम ने अभियान चलाया है। ऐसा पहली बार हुआ है जब बंदूकधारी सुरक्षाकर्मी पालीथिन के खिलाफ अभियान चलाए जाने के दौरान व्यापारियों की दुकानों के अंदर दाखिल हुए। जिसकी वजह से व्यापारी आक्रोशित हो गए। उन्होंने दुकानें बंद कर दीं और धरने पर बैठ गए। सूचना मिलने पर वह भी व्यापारियों का साथ देने के लिए मौके पर पहुंचे। मामले की शिकायत प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, महापौर आशा शर्मा और नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर से की गई और उनसे पालीथिन के खिलाफ चलाया जा रहा अभियान रुकवाने की अपील की गई। इसके अलावा एक दुकान में बैठक भी की गई। व्यापारियों के विरोध को देखते हुए महापौर आशा शर्मा ने अभियान रोकने के लिए निर्देश दिए। जिसके बाद अभियान बंद किया गया और नगर निगम की टीम लौटी। तीन माह से पालीथिन के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। सिटी जोन का नंबर अब आया है। एक दुकान में 13 किलो पालीथिन मिली तो दुकानदार पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसके बाद व्यापारियों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिस कारण अभियान को रोकना पड़ा। अभियान के दौरान बंदूकधारी सुरक्षाकर्मियों को इस वजह से भेजा गया था कि नगर निगम की टीम के साथ कोई अभद्रता न कर सके, क्योंकि पूर्व में कई बार इस तरह के अभियान में नगर निगम की टीम पर हमला भी किया जा चुका है।
- कर्नल दीपक सरन, प्रभारी, प्रवर्तन दल, नगर निगम