प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना बनीं महिला के लिए जीवनदान
विकास वर्मा मोदीनगर भारत सरकार द्वारा गरीबों का मुफ्त में उपचार कराने के लिए शुरू की ग
विकास वर्मा, मोदीनगर: भारत सरकार द्वारा गरीबों का मुफ्त में उपचार कराने के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना मोदीनगर में एक महिला के लिए जीवनदान बन गई। करीब पांच साल पहले महिला को पथरी हो गई थी। उपचार के अभाव में पथरी गुर्दे में फंस गई और सूजन बढ़ने लगी। रुपयों में अभाव में उपचार नहीं हो सका। जानकारी मिलने पर महिला के पति ने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना में पंजीकरण कराया। जिसके बाद गुरुवार को जीवन अस्पताल में वरिष्ठ स्टोन सर्जन डॉ. देवेंद्र शिवाच ने आपरेशन कर महिला के पेट से गुर्दे को बाहर निकाला। अब महिला स्वस्थ हैं। गांव बखरवा निवासी मुनेश पत्नी जितेंद्र को पिछले छह साल पहले पथरी हो गई थी। चूंकि, पति बिजेंद्र मजदूरी करते थे तो, घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। जिसके चलते उपचार कराने में असमर्थ थी। पिछले छह महीने से पेट फूलने से वह दर्द झेल रही थीं। लेकिन, रुपयों के अभाव में उपचार नहीं हो रहा था। पति बिजेंद्र को किसी परिचित से प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के बारे में जानकारी मिली, तो बिजेंद्र ने भी तत्काल अपनी पत्नी के उपचार के लिए योजना में पंजीकरण कराया। जिसके बाद वे उपचार के लिए मोदीनगर के जीवन अस्पताल पहुंचे। जहां डॉ. देवेंद्र शिवाच ने मुनेश की जांच कराई। तब, ज्ञात हुआ कि पथरी गुर्दे की नली में फंस गई है। जिस कारण संक्रमण बढ़ रहा है। डॉ. देवेंद्र शिवाच ने गुरुवार को महिला का करीब डेढ घंटे तक किया। जिसमें महिला के गुर्दे को बाहर निकाला गया। आपरेशन सफल होने के बाद पति जितेंद्र ने डॉ. देवेंद्र शिवाच का आभार जताया। उन्होंने प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से आज उनकी पत्नी का उपचार संभव हो सका है। 125 से 170 ग्राम होता है स्वस्थ गुर्दे का वजन: डॉ. देवेंद्र शिवाच के अनुसार महिला के गुर्दे का वजन सात किलो था। जबकि, स्वस्थ गुर्दे का वजन 125 से 170 ग्राम होता है। आकार में भी गुर्दा कई गुना बढ़ गया था। इसे निकाला जाना जरूरी था। वरना यह शरीर के अन्य ओर्गन को भी खराब कर सकता था। अब महिला स्वस्थ हैं। प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के अंतर्गत गुरुवार को महिला का भी योजना के अंतर्गत ही आपरेशन सफल हुआ। महिला का गुर्दा सूजकर पेट के आकार को हा गया था। जिसको निकाला गया है। दूसरे गुर्दे के सहारे महिला आगे का जीवन व्यतीत करेगी।
- डॉ. देवेंद्र शिवाच, वरिष्ठ स्टोन सर्जन।