बड़ौत डाकघर व एलआईसी घोटाले में सुनवाई चार सितंबर को
बड़ौत स्थित डाकघर और गाजियाबाद में हुए एलआईसी घोटाले में बृहस्पतिवार को अलग-अलग विशेष अदालत में सुनवाई हुई। इस दौरान दोनों मामलों के आरोपित पेश हुए। बचाव व अभियोजन पक्ष ने अपनी-अपनी दलीलें पेश की। इसके बाद दोनों मामलों में सुनवाई को अगली तारीख चार सितंबर नियत की गई। वर्ष 2000-01 में बड़ौत स्थित डाकघर में लाखों का घोटाला हुआ था।
जासं, गाजियाबाद : बड़ौत स्थित डाकघर और गाजियाबाद में हुए एलआईसी घोटाले में बृहस्पतिवार को अलग-अलग विशेष अदालत में सुनवाई हुई। इस दौरान दोनों मामलों के आरोपित पेश हुए। बचाव व अभियोजन पक्ष ने अपनी-अपनी दलीलें पेश की। इसके बाद दोनों मामलों में सुनवाई को अगली तारीख चार सितंबर नियत की गई।
वर्ष 2000-01 में बड़ौत स्थित डाकघर में लाखों का घोटाला हुआ था। आरोपितों ने फर्जी मुहर व चोरी के किसान विकास पत्र व राष्ट्रीय बचत पत्र को कैश कराकर यह घोटाला किया। इसमें सीबीआइ ने एमएल मीणा, राजकुमार शर्मा, राजेश कुमार, प्रेमचंद्र गुप्ता, विनोद कुमार, अनुपम शर्मा व अन्य आरोपित किया है। वहीं गाजियाबाद एलआईसी ऑफिस में फर्जी बांड जमा कर क्लेम लिया गया व लोन लेकर करोड़ों के घोटाले को अंजाम दिया गया। सीबीआइ ने यह मामला 2005 में दर्ज किया। मामले में हरेंद्र कुमार, उसकी पत्नी माला देवी व अन्य आरोपित हैं।
मेरठ के बैंक लोन घोटाले सुनवाई छह सितंबर को
जासं, गाजियाबाद : मेरठ स्थित पंजाब एंड ¨सध बैंक लोन घोटाले में बृहस्पतिवार को विशेष अदालत में सुनवाई हुई। इस दौरान कई आरोपित पेश हुए। दोनों पक्षों ने अपने-अपने तर्क रखे। इसके बाद सुनवाई को अगली तारीख छह सितंबर नियत की गई। यह मामला वर्ष 2010 का है। मेरठ स्थित पंजाब एंड ¨सध बैंक की दीवान पब्लिक स्कूल शाखा में करीब 2.5 करोड़ का लोन घोटाला हुआ था। मामले में सीबीआइ ने तत्कालीन बैंक मैनेजर डीपी ¨सह समेत कुल 59 के खिलाफ चार्जशीट दी है। आरोप है कि बैं¨कग नियमों को ताक पर रखकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन पास किया गया। मामले में कई आरोपित जुर्म कबूल चुके हैं जिसके बाद अदालत उन्हें सजा सुना चुकी है।