आय से अधिक संपत्ति के मामले में सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर गिरफ्तार
भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति के मामले में मेरठ की एंटी करप्शन टीम ने इंदिरापुरम से सेवानिवृत्त पुलिस इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है। आरोपित इंस्पेक्टर के खिलाफ इंदिरापुरम थाने में वर्ष 2011 में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। आरोपित इंस्पेक्टर 2017 फरार चल रहा था। आरोपित इंस्पेक्टर ने अपने ऊपर चल रहे मुकदमे की जानकारी छुपाकर पासपोर्ट बनवा लिया। इसके बाद उसने अमेरिका की यात्रा भी की। गिरफ्तारी न होने पर आरोपित इंस्पेक्टर के यहां नोटिस भी चस्पा किया गया था।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद (गाजियाबाद): भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति के मामले में मेरठ की एंटी करप्शन टीम ने इंदिरापुरम से सेवानिवृत्त पुलिस इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है। आरोपित इंस्पेक्टर के खिलाफ इंदिरापुरम थाने में वर्ष 2011 में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। वह 2017 फरार चल रहा था। आरोपित इंस्पेक्टर ने अपने ऊपर चल रहे मुकदमे की जानकारी छुपाकर पासपोर्ट बनवा लिया। इसके बाद उसने अमेरिका की यात्रा भी की। गिरफ्तारी न होने पर आरोपित इंस्पेक्टर के यहां नोटिस भी चस्पा किया गया था।
इंदिरापुरम के अभयखंड स्थित गौड़ ग्रीन सिटी सोसायटी में यूपी पुलिस के सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर पूरन ¨सह मेहरा परिवार के साथ रहता है। नोएडा के सोरखा निवासी नरेश यादव ने पूरन ¨सह के खिलाफ वर्ष 2011 में इंदिरापुरम थाने में आय से अधिक संपत्ति की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच में पाया गया कि पूरन ¨सह मेहरा की संपत्ति अनुपातिक आय से करीब 18.93 फीसद ज्यादा है। वर्ष 2017 में पूरन ¨सह मेहरा यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद इंदिरापुरम की गौर ग्रीन सिटी सोसायटी में रहने लगा। वह पिछले दो साल से फरार था। पुलिस की मिलीभगत से बनवाया पासपोर्ट
इंस्पेक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने वाले नरेश ने बीती 10 जनवरी की एसएसपी गाजियाबाद को पत्र लिखा। पत्र में पीड़ित ने कहा है कि इंस्पेक्टर ने इंदिरापुरम पुलिस और लोकल इंटेलीजेंस यूनिट (एलआइयू) की मिलीभगत से पासपोर्ट बनवा लिया, जबकि इंस्पेक्टर के खिलाफ इंदिरापुरम थाने में ही रिपोर्ट दर्ज है। पासपोर्ट बनने के बाद आरोपित इंस्पेक्टर विदेश भी घूमकर लौट आया। पीड़ित ने इस मामले में एसएसपी गाजियाबाद से जांच कराने और आरोपित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
नोएडा में भी दर्ज है रिपोर्ट
रिपोर्ट दर्ज कराने वाले नरेश यादव ने नोएडा के सेक्टर सेक्टर-49 थाने इंस्पेक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि आरोपित इंस्पेक्टर पूरन ¨सह ने नरेश को जान से मारने की धमकी दी थी। इस मामले में गौतमबुद्ध नगर कोर्ट ने आरोपित इंस्पेक्टर के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया था।
फर्जी मुठभेड़ में युवक को मारी थी गोली
वर्ष 1998 में धौलाना थानाक्षेत्र में जफर नाम के युवक को बदमाश बताते हुए कथित मुठभेड़ में गोली मार दी थी। लोगों के विरोध के बाद सीबीसीआइडी ने मामले की जांच की और अंतिम रिपोर्ट लगा दी थी। कोर्ट के आदेश पर मामले में पुनर्विवेचना की गई। 9 मई 2017 को सीबीसीआइडी के निरीक्षक बीआर वर्मा ने तत्कालीन थानाध्यक्ष पूरन ¨सह मेहरा समेत सात पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
जारी हुआ था कुर्की का आदेश
इंदिरापुरम थाने में आय से अधिक संपत्ति के मामले में दर्ज रिपोर्ट की जांच कर रहे इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने बताया कि आरोपित पूरन ¨सह के घर पर आत्मसमर्पण न करने पर कुर्की करने का नोटिस चस्पा किया गया था। कोर्ट से कुर्की का आदेश भी जारी हुआ था। शुक्रवार को आरोपित इंस्पेक्टर पूरन ¨सह को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित को मेरठ के एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया जाएगा।