रैपिड रेल के स्टेशन पर लगेंगे प्लेटफार्म स्क्रीन डोर, सफर होगा सुरक्षित
आशीष गुप्ता, गाजियाबाद : दिल्ली से मेरठ के मोदीपुरम तक रैपिड रेल का सफर सुहाना ही नहीं, सुरक्षित भी
आशीष गुप्ता, गाजियाबाद : दिल्ली से मेरठ के मोदीपुरम तक रैपिड रेल का सफर सुहाना ही नहीं, सुरक्षित भी होगा। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) ने तय किया है कि स्टेशनों पर प्लेटफार्म के किनारे पर फाइबर ग्लास की दीवार लगाई जाएगी। जगह-जगह सेंसर आधारित ऑटोमेटिक दरवाजे होंगे। जो रैपिड रेल के स्टेशन पर रुकने पर ही खुलेंगे। तकनीकी भाषा में इसे प्लेटफार्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) कहा जाता है। इसके लगे होने से लोग प्लेटफार्म पर झांक नहीं सकेंगे, जिससे रेल की चपेट में आने और गिरने के कारण दुर्घटनाएं नहीं होंगी। जापान में स्टेशनों पर इस तरह का इंतजाम होता है। अपने देश में दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन पर कुछ स्टेशनों पर यह डोर लगे हुए हैं।
घटनाओं से सबक
भारतीय रेलवे के स्टेशनों पर आए दिन घटनाएं होती हैं। यात्री प्लेटफार्म किनारे चलते-चलते ट्रेन की चपेट में आ जाते हैं। कई बार ट्रेन को आ रही है या नहीं, यह देखने के लिए प्लेटफार्म से झांकते वक्त गिरने के कारण दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। कई बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं कि कुछ लोग आत्महत्या करने के लिए प्लेटफार्म से ट्रेन के आगे कूद गए। दिल्ली में मेट्रो स्टेशन पर भी इस तरह की दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। उनसे सबक लेते हुए एनसीआरटीसी ने रैपिड रेल के स्टेशनों पर प्लेटफार्म स्क्रीन डोर लगाने का निर्णय लिया है।
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महिला कोच होगा
दिल्ली मेट्रो की तरह रैपिड रेल में महिलाओं के लिए विशेष कोच रहेगा, जिसे ¨पक कोच का नाम देना प्रस्तावित हुआ है। प्लेटफार्म पर उस कोच के रुकने की जगह निर्धारित होगी। वहां मार्किंग की जाएगी। जिससे महिलाओं को चढ़ते और उतरते वक्त सहज महसूस हो। उसमें कोई पुरुष सवार हुआ तो जुर्माने के प्रावधान के बारे में भी मंथन चल रहा है।
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कहां कौन से स्टेशन
दिल्ली-सराय काले खां, न्यू अशोक नगर और आनंद विहार
गाजियाबाद-साहिबाबाद, मेरठ तिराहा, गुलधर, दुहाई, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ, मोदीनगर नॉर्थ
मेरठ-मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, मेरठ सेंट्रल, बेगमपुल, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम, स्पर लाइन पर हापुड़ रोड और शास्त्री नगर
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रैपिड रेल के स्टेशनों पर प्लेटफार्म स्क्रीन डोर लगाए जाएंगे। इससे स्टेशन पूर्ण सुरक्षित हो जाएंगे। हादसे की आशंका नहीं रहेगी। डीटेल डिजाइन का काम शुरू होने जा रहा है। उसमें सभी सुरक्षा इंतजामों को समाहित किया जाएगा।
-सुधीर शर्मा, सीपीआरओ, एनसीआरटीसी