50 फीसद शस्त्र हुए जमा, पुलिस कार्रवाई की तैयारी में
लोक सभा चुनाव होने में 20 दिन बाकी हैं। अभी तक ट्रांस हिडन में 50 फीसद शस्त्र धारकों ने शस्त्र नहीं जमा किए हैं। आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद प्रत्याशियों के नामांकन तक संबंधित थाने में शस्त्र जमा करने होते हैं। जो लोग शस्त्र नहीं कर रहे हैं पुलिस उनपर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। जिन लोगों को जान माल का खतरा है उन्हें शस्त्र जमा करने से छूट है लेकिन उन्हें लिखित में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना देनी होगी।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :
लोक सभा चुनाव होने में 20 दिन बाकी हैं। अभी तक ट्रांस हिडन में 50 फीसद शस्त्र धारकों ने शस्त्र नहीं जमा किए हैं। आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद प्रत्याशियों के नामांकन तक संबंधित थाने में शस्त्र जमा करने होते हैं। जो लोग शस्त्र नहीं कर रहे हैं, पुलिस उनपर कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। जिन लोगों को जान माल का खतरा है, उन्हें शस्त्र जमा करने से छूट है, लेकिन उन्हें लिखित में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना देनी होगी।
एएसपी अपर्णा गौतम का कहना है कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से प्रत्याशियों के नामांकन तक शस्त्र संबंधित थाने में जमा करने होते हैं। नामांकन चल रहा है। अभी तक अधिकांश लोगों ने संबंधित थाने पर शस्त्र नहीं जमा किए हैं। होली और चुनाव पर शांति व्यवस्था के मद्देनजर हाल ही में फ्लैग मार्च निकाला गया था। मार्च के दौरान लोगों से थाने पर शस्त्र जमा करने की अपील की गई थी। थाने पर शस्त्र जमा करने का कोई शुल्क नहीं लगता है। चुनाव के बाद थाने से मिली पर्ची दिखाने पर शस्त्र वापस मिल जाते हैं। खतरे की स्थिति में शस्त्र जमा करने में छूट : एएसपी अपर्णा गौतम ने बताया कि ऐसे लोग जो मोटी रकम लेकर चलते हैं या उन्हें जानमाल का खतरा है। उनके लिए शस्त्र जमा करना अनिवार्य नहीं हैं। लेकिन, ऐसे लोगों को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को लिखित में देना होगा कि वह शस्त्र क्यों नहीं जमा करना चाहते हैं। इसके बाद जिलाधिकारी उस पर मंथन कर शस्त्र न जमा करने की अनुमति देते हैं।
एएसपी अपर्णा गौतम ने बताया कि ऐसे लोग जो शस्त्र नहीं जमा करेंगे उन्हें चिह्नित किया जाएगा। इसके बाद उनके शस्त्र का लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही चुनाव के दौरान यदि कहीं गोली चलती है तो शस्त्र न जमा करने वाले भी संदेह के घेरे में आएंगे। कुछ लोगों ने गाजियाबाद जिले से शस्त्र का लाइसेंस बनवाया। नौकरी या किसी अन्य वजह से दूसरे जिले में चले गए हैं। उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी। ऐसे लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। थाना क्षेत्र शस्त्रों की संख्या जमा शस्त्र
इंदिरापुरम 650 260
खोड़ा 198 99
साहिबाबाद 775 348
लिक रोड 200 120
(नोट : पुलिस अधिकारियों से मिले आंकड़े)