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दलालों के खेल में फंस रहे यात्री, अधिकारी बेखबर

जागरण संवाददाता साहिबाबाद कौशांबी बस डिपो पर दलालों के खेल में यात्री हलाल हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 Sep 2020 06:19 PM (IST)Updated: Sun, 27 Sep 2020 06:19 PM (IST)
दलालों के खेल में फंस रहे यात्री, अधिकारी बेखबर
दलालों के खेल में फंस रहे यात्री, अधिकारी बेखबर

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद:

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कौशांबी बस डिपो पर दलालों के खेल में यात्री हलाल हो रहे हैं। डिपो के अंदर से यात्रियों को झांसे में लेकर दलाल डग्गामार बसों में ले जाकर बैठा देते हैं। इन डग्गामार बसों में सुरक्षा के मानक तक पूरे नहीं होते हैं। वहीं, ज्यादा किराया भी वसूलते हैं। गंतव्य से पहले ही छोड़ देते हैं। कौशांबी डिपो पर ही अधिकारियों का दफ्तर है इसके बावजूद भी ऐसे दलालों पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा है।

दिल्ली से बसों का संचालन बंद है। यूपी रोडवेज की जो बसें दिल्ली से संचालित होती थीं वह कौशांबी डिपो से चलाई जा रही हैं। हर रोज कौशांबी डिपो से करीब एक हजार बसें उत्तर प्रदेश कि विभिन्न जिलों के लिए चलाई जा रही हैं। करीब 30 हजार यात्री हर रोज सफर करते हैं। वहीं, दूसरी ओर कौशांबी डिपो के आसपास से बड़ी संख्या में डग्गामार बसें भी संचालित हो रही हैं। इन बसों में यात्रियों को लाने के लिए कौशांबी डिपो पर ऐसे दलाल घूम रहे हैं, जो ऐसी बस में सोते हुए सफर करने का झांसा देकर यात्रियों को बहला रहे हैं। इसके बाद खुद ही यात्रियों का सामान उठाकर बस तक लाते हैं बैठाते ही रुपये लेकर टिकट बना देते हैं। टिकट बनने के बाद यात्रियों को अच्छा नहीं लगा तो उन्हें मजबूरी में ही डग्गामार बसों में सफर करना पड़ता है। उनके रुपये वापस नहीं होते हैं। इतना ही नहीं यात्रियों को गंतव्य से पहले ही छोड़ दिया जाता है। डग्गामार बसों से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि उसे एक यात्री के पीछे 100 रुपये मिलते हैं।

नहीं हो रही कार्रवाई: कौशांबी डिपो पर ही क्षेत्रीय प्रबंधक, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक समेत अन्य अधिकारी बैठते हैं। बस डिपो पर भी कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों तक की ड्यूटी भी रहती है। इसके बावजूद भी डग्गामार बसों से जुड़े लोगों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। वहीं, सड़क पर खड़े होकर यात्रियों को बैठाने वाली इन बसों पर भी कार्रवाई नहीं हो रही है। वहीं, कौशांबी डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक नरेंद्र कुमार का कहना है कि यदि कोई संदिग्ध दिखाई देता है कि तो उसे डिपो से भगाया जाता है।


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