गृहिणियों ने भूख मिटाओ अभियान की शुरुआत कर संभाली कमान
दैनिक जागरण की हमारी गली हमारे जिम्मे मुहिम पर गृहणियों द्वारा गठित किया गया महिला आपदा राहत दल खरा उतर रहा है। एक सेक्टर की कुछ समाजसेवी महिलाओं ने गरीब व असहाय लोगों की भूख मिटाने के लिए शुरू की गई मुहिम में आज प्रत्येक सेक्टर की सैकड़ों महिलाएं बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही है। आलम यह है कि दस दिनों के बीते अंतराल में आज शहर के प्रत्येक सेक्टर में महिलाओं का कारवां गरीब व असहाय लोगों की भूख मिटा रहा है। लॉकडाउन घोषित होने के बाद लगातार सेक्टरों में महिलाएं
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : दैनिक जागरण की 'हमारी गली हमारे जिम्मे' मुहिम पर गृहिणियों द्वारा गठित किया गया महिला आपदा राहत दल खरा उतर रहा है। एक सेक्टर की कुछ समाजसेवी महिलाओं ने गरीब व असहाय लोगों की भूख मिटाने के लिए शुरू की। मुहिम में हर सेक्टर की सैकड़ों महिलाएं बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। आलम यह है कि दस दिनों के बीते अंतराल में आज शहर के प्रत्येक सेक्टर में महिलाओं का कारवां गरीब व असहाय लोगों की भूख मिटा रहा है। लॉकडाउन घोषित होने के बाद लगातार सेक्टरों में महिलाएं अपने परिवार के साथ जरुरतमंदों के लिए भी खाना बना रही है। सबसे बड़ी बात एक महिला अपनी रसोई में करीब सौ लोगों का खाना तैयार करती है। लॉकडाउन के बाद भूखे लोगों को खाना खिलाने की शुरुआत समाजसेवी अंजू पुंडीर, ममता ठाकुर के साथ गीता पुंडीर ने शुरू की थी। जिसके बाद महिलाओं का कारवां ऐसा जुड़ा कि उन्हें महिला आपदा दल का गठन करना पड़ा।
ममता ठाकुर बताती हैं कि आज ग्रेटर नोएडा के लगभग सभी सेक्टरों में गरीब व असहाय लोगों की भूख मिटाने की शुरू हुई इस मुहिम में महिलाएं जुड़ चुकी है। प्रत्येक सेक्टर में भोजन तैयार करने के साथ वितरण करने में भी महिलाएं बढ़चढ़ कर भूमिका अदा कर रही है। प्रत्येक सेक्टर में अपने आसपास रह रहे मजदूर व गरीब असहाय लोगों को खाना मुहैया कराया जा रहा है। महिलाओं का कहना है कि वैश्विक संकट बनकर उभरे कोरोना संक्रमण पर विजय प्राप्ति को सभी को एकजुटता दिखाने की जरूरत है। खाना वितरण को रिक्शा लेकर निकल पड़ती है महिलाएं
खाना बनाने के लिए हर सेक्टर में एक-एक महिला का दिन निर्धारित है। एक महिला अपनी रसोई में करीब सौ लोगों का खाना तैयार करती है। सेक्टर के आसपास रह रहे गरीब व असहाय लोगों को खाना वितरण करने के लिए महिलाओं की टीम गठित है। वितरण समिति में शामिल महिलाएं रिक्शा लेकर निकल खाना वितरण करती है। शहर में ऐसा कोई सेक्टर नहीं जहां महिलाओं का समूह मदद को आगे न आया हो।