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रिहायशी क्षेत्र में अवैध उत्पादन यूनिटें सील करने के आदेश

दिल्ली के अग्निकांड के बाद जीडीए वीसी ने रिहायशी इलाकों में छापेमारी कर अवैध रूप से चल रही उत्पादन इकाईयों को सील करने का आदेश दिया है। सभी प्रवर्तन प्रभारियों से कहा कि लापरवाही बरतने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 09:10 PM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 09:10 PM (IST)
रिहायशी क्षेत्र में अवैध उत्पादन यूनिटें सील करने के आदेश
रिहायशी क्षेत्र में अवैध उत्पादन यूनिटें सील करने के आदेश

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : दिल्ली के अग्निकांड के बाद जीडीए वीसी ने रिहायशी इलाकों में छापेमारी कर अवैध रूप से चल रही उत्पादन इकाईयों को सील करने का आदेश दिया है। सभी प्रवर्तन प्रभारियों से कहा कि लापरवाही बरतने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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लोनी में सबसे ज्यादा अवैध उत्पादन इकाइयां चल रही हैं। शहीद नगर, मुकुंदनगर और पांडव नगर में कई स्थानों पर कारखाने चल रहे हैं। इनमें रात को मजदूर रुकते हैं। इनके अलावा शालीमार गार्डन, रामस्वरूप कॉलोनी, गरिमा गार्डन, ओम नगर, गगन विहार, विक्रम एंक्लेव समेत कई रिहाशी इलाकों में अवैध कारखाने क्रियाशील हैं। शॉर्ट सर्किट के छुटपुट हादसे इन इलाकों में होते रहे हैं। दिल्ली की घटना के बाद से यहां के लोगों का दिल दहला हुआ है। कुछ लोगों ने इस बाबत सोमवार को जीडीए अधिकारियों से शिकायत भी की है। अवैध कारखाने बंद कराने की मांग की है। जीडीए वीसी कंचन वर्मा ने बताया कि प्रदूषण फैलाने वाले प्रतिष्ठानों पर पहले से कार्रवाई चल रही है। अब तक 700 से ज्यादा प्रतिष्ठान सील कराए जा चुके हैं। अब अवैध उत्पादन इकाईयों पर कार्रवाई करने का आदेश आठों प्रवर्तन जोन प्रभारियों को दे दिया गया है। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को ली बैठक में सभी प्रभारियों को स्पष्ट कर दिया गया है कि इसमें किसी तरह की हीलाहवाली न बरती जाए। शिकायत आने पर संबंधित जोन के प्रवर्तन प्रभारी पर ही कार्रवाई की जाएगी।


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