पुनर्निर्माण का विरोध, सभी ने फ्लैट के बदले मांगे फ्लैट
तुलसी निकेतन के 2292 जर्जर फ्लैटों की जगह जीडीए दूसरे ईडब्ल्यूएस और एलआइजी फ्लैट बनाने की तैयारी में है। इसको लेकर बृहस्पतिवार को कॉलोनी में बैठक हुई। इस दौरान लोगों ने कहा कि जीडीए जब तक सभी को फ्लैट नहीं देता तब तक वह फ्लैट नहीं खाली करेंगे। साथ ही लोगों ने मांग रखी कि जीडीए तुलसी निकेतन कॉलोनी के निवासियों की रजिस्ट्री करना शुरू करे।
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद :
तुलसी निकेतन के 2292 जर्जर फ्लैटों की जगह जीडीए दूसरे ईडब्ल्यूएस और एलआइजी फ्लैट बनाने की तैयारी में है। इसको लेकर बृहस्पतिवार को कॉलोनी में बैठक हुई। इस दौरान लोगों ने कहा कि जीडीए जब तक सभी को फ्लैट नहीं देता तब तक वह खाली नहीं करेंगे। साथ ही लोगों ने मांग रखी कि जीडीए तुलसी निकेतन कॉलोनी के निवासियों की रजिस्ट्री शुरू करे।
तुलसी निकेतन कॉलोनी में आठ हेक्टेयर भूमि पर 2004 ईडब्ल्यूएस और 288 एलआइजी फ्लैट हैं। जामिया मिलिया इस्लामिया से निरीक्षण कराने पर पाया गया कि सभी फ्लैट जर्जर हैं। इसके बाद फ्लैटों के पुनर्निर्माण की योजना बनाई गई। कॉलोनी में रहने 80 फीसद लोगों के पास फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं है। जीडीए उन्हीं को पुनर्निर्माण योजना के अंतर्गत फ्लैट देना चाहता है, जिनके पास फ्लैटों की रजिस्ट्री है। जीडीए पहले फ्लैट बनाने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में बृहस्पतिवार को कॉलोनी के लोगों ने आरडब्ल्यूए के साथ बैठक की। इस दौरान मांग रखी गई कि जीडीए रजिस्ट्री, पावर ऑफ अटॉर्नी, और नोटरी वाली पॉवर ऑफ अटॉर्नी धरकों को फ्लैट दे। इसके बाद लोग फ्लैट खाली करेंगे। साथ ही मांग रखी कि जीडीए सभी फ्लैटों के रजिस्ट्री की प्रक्रिया शुरू करे। जीडीए सभी भवनों की मरम्मत कराने के साथ विकास कार्य कराए। इस दौरान आरडब्ल्यूए अध्यक्ष कुलदीप कसाना, बलवंत रावत, पवन बब्बर, राकेश शर्मा, विपिन शास्त्री, राजेंद्र कुमार, नरेंद्र नागर, रितु सरीन, शबीना, मुश्ताक, प्रीतम यादव, महादेव कौशिक व अन्य मौजूद रहे।