अब यहां पेट्रोल पंप पर लगती है दिल्ली के वाहनों की कतार
करीब एक दशक बाद फिर से यूपी में दिल्ली के मुकाबले डीजल और पेट्रोल के दामों में कमी आई है। यही वजह है कभी दिल्ली के पेट्रोल पंप पर लगने वाली यूपी के वाहनों की लाइन कम हुई है। उल्टे अब यूपी के पेट्रोल पंपों पर दिल्ली की गाड़ियों की कतार देखने में आने लगी है, जो यहां अपने वाहनों की टंकी फुल करा रहे हैं। डीजल व पेट्रोल दिल्ली से सस्ता के बोर्ड भी यहां पेट्रोल पंपों पर दिखाई देने लगे हैं।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद: करीब एक दशक बाद फिर से यूपी में दिल्ली के मुकाबले डीजल और पेट्रोल के दामों में कमी आई है। यही वजह है कभी दिल्ली के पेट्रोल पंप पर लगने वाली यूपी के वाहनों की लाइन कम हुई है। उल्टे अब यूपी के पेट्रोल पंपों पर दिल्ली की गाड़ियों की कतार देखने में आने लगी है, जो यहां अपने वाहनों की टंकी फुल करा रहे हैं। डीजल व पेट्रोल दिल्ली से सस्ता के बोर्ड भी यहां पेट्रोल पंपों पर दिखाई देने लगे हैं।
तेल की लगातार बढ़ती कीमतों पर विपक्ष के साथ आम आदमी ने भी सरकार के खिलाफ गुस्सा पनपने लगा था। आमजन की भावनाओं को देखते हुए केंद्र ने जहां डीजल व पेट्रोल पर करीब 2.50 रुपये की एक्साइज ड्यूटी घटाई, वहीं यूपी सरकार ने भी तेल पर लगे वैट में करीब ढाई रुपये की कटौती कर दी। केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा दी गई राहत से यूपी में पेट्रोल की कीमत में करीब पांच रुपये की कमी आई। वहीं, दिल्ली सरकार ने केंद्र के एक्साइज ड्यूटी घटाने के बावजूद वैट में कटौती नहीं की। नतीजा गत छह अक्टूबर को तेल के दामों में कमी का असर यूपी में पांच तो दिल्ली में ढ़ाई रुपए कम हुआ। पहले जहां दिल्ली में पेट्रोल पंप पर यूपी की गाड़ियां टंकी फुल कराने को लाइन लगाए दिखती थी। गत छह अक्टूबर से स्थिति अब इसके बिल्कुल उलट है और यूपी के पेट्रोल पंपों पर तेल भरवाने को दिल्ली की गाड़ियों की कतार आम हैं। कई पेट्रोल पंप पर दिल्ली से सस्ता डीजल-पेट्रोल के बोर्ड लगा दिए हैं।
इस बारे में पेट्रोलियम एसोसिएशन के अध्यक्ष जयवीर ¨सह का कहना है कि ऐसा करीब एक दशक पहले हुआ था, जब उत्तर प्रदेश सरकार ने टैक्स में कमी कर दी थी और दिल्ली से कम तेल के दाम यूपी हो गए थे।