Move to Jagran APP

जिम्मेदारों की लापरवाही, मरणासन्न अवस्था में पहुंची हरनंदी

जागरण संवाददाता गाजियाबाद दैनिक जागरण द्वारा चलाए जा रहे हरनंदी नदी बचाओ अभियान से जुड

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Dec 2021 08:41 PM (IST)Updated: Thu, 02 Dec 2021 08:41 PM (IST)
जिम्मेदारों की लापरवाही, मरणासन्न अवस्था में पहुंची हरनंदी
जिम्मेदारों की लापरवाही, मरणासन्न अवस्था में पहुंची हरनंदी

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : दैनिक जागरण द्वारा चलाए जा रहे हरनंदी नदी बचाओ अभियान से जुड़कर हर वर्ग के लोग नदी के जीर्णोद्धार की मांग कर रहे हैं। शिक्षिकाओं ने अपनी आवाज उठाते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा नदी को दूषित करने वाली सबसे बड़ी वजह औद्योगिक इकाइयों के गंदे पानी को डालने के लिए नदी से अलग कोई विकल्प तलाशना चाहिए। साथ ही हर रोज सैकड़ों लोग नदीं में पूजन सामग्री व अन्य अपशिष्ट पदार्थो को नदी में प्रवाहित कर देते हैं उन्हें भी समझना होगा कि ये कितना गलत है। नदी की धारा को निर्मल बनाना है तो प्रशासन व आमजन को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। जिम्मेदारों की लापरवाही से ही हरनंदी आज मरणासन्न अवस्था में है। कहा कि आमजन को अभियान से जुड़कर आंदोलन का रूप देना होगा।

loksabha election banner

----

शिक्षिकाएं बोलीं.. कारखाने लगाए, विकास किया और अपशिष्ट को नदी में बहा दिया, लेकिन हमारी सभ्यता व उन्नत विचार इस बात से पहचाने जाते हैं कि हम प्राकृतिक संसाधनों को स्वच्छ व निर्मल बनाने में कितना सहयोग कर रहे है। हरनंदी को साफ करने के लिए जरूरी है कि उसमें फैक्ट्रियों, कारखानों का रसायनयुक्त पानी न मिलाया जाए।

- काजल शर्मा, शिक्षिका, प्राथमिक विद्यालय उखलारसी

-------------

जिम्मेदारी की लापरवाही से ही हरनंदी आज मरणासन्न अवस्था में है। नदी को पुनर्जीवित करने के लिए सबसे पहले जरूरी है कि गंदे पानी को डालने के लिए कोई दूसरा विकल्प तलाशा जाए। इसके अलावा लोगों को भी जागरूक होना होगा कि वह पूजन सामग्री आदि अपशिष्ट पदार्थ नदी में न डालें।

मधुबाला, प्रधानाचार्या, दयावती मोदी जूनियर हाईस्कूल

----

हरनंदी को बचाने के लिए प्रशासन के साथ आमजन को भी आगे आना होगा। लोग स्वयं नदी का पानी या नदी के आसपास की जगह पर गंदगी न करें और दूसरों को भी इसके लिए जागरूक करें। हरनंदी को शुद्ध करने के लिए प्रशासन को औद्योगिक इकाइयों के गंदे पानी का भी समाधान करना होगा।

- रत्ना त्यागी, प्रधानाचार्या, सेंट जेवियर्स स्कूल

----

जनसाधारण को हरनंदी बचाओ अभियान को आंदोलन के रूप में लेकर आगे आना होगा। समाज में सभी वर्ग के लोग इसमें अपना सहयोग दें। तब जाकर हरनंदी शुद्ध हो सकेगी। नदियों को दूषित करना अपराध है। इस अभियान को जन-जन का आंदोलन बनाकर हमें आगे बढ़ना होगा।

- रेखा शर्मा, प्रधानाचार्या, सरस्वती शिशु मंदिर नेहरू नगर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.