महज तीन घंटे में निकाला बोरवेल में गिरा बच्चा
कमला नेहरूनगर स्थित आठवीं बटालियन एनडीआरएफ ने मथुरा में बोरवेल में गिरे पांच वर्षीय बच्चे को रिकॉर्ड तीन घंटे में बाहर निकाल लिया। अभी तक के बोरवेल रेस्क्यू आपरेशन में इसे सबसे पहले पूरा कर लिया गया। बच्चे के परिजन व स्थानीय निवासियों ने एनडीआरएफ जवानों का आभार व्यक्त किया। इससे पहले 22 मार्च को हिसार में 1
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद : कमला नेहरूनगर स्थित आठवीं बटालियन एनडीआरएफ ने मथुरा में बोरवेल में गिरे पांच वर्षीय बच्चे को रिकॉर्ड तीन घंटे में बाहर निकाल लिया। अभी तक के बोरवेल रेस्क्यू आपरेशन में यह सबसे कम समय में पूरा होने वाला अभियान है। बच्चे के परिजन व स्थानीय निवासियों ने एनडीआरएफ के जवानों का आभार व्यक्त किया। इससे पहले 22 मार्च को हिसार में 18 माह के मासूम की भी इसी तरह जान बचाई गई थी।
मथुरा में छाता के अगरयाला गांव में पांच साल का प्रवीण शनिवार दोपहर 120 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था। बटालियन के मीडिया प्रभारी बसंत पाबड़े ने बताया कि सूचना मिलते ही बोरवेल विशेषज्ञ टीम असिस्टेंट कमांडेंट अनिल कुमार के नेतृत्व में घटनास्थल के लिए रवाना हुई। टीम में सात अधीनस्थ अधिकारी और 30 जवान समेत 38 लोग शामिल थे। करीब पौने नौ बजे टीम मौके पर पहुंची। बोरवेल से 20 फीट दूर जेसीबी मशीन से गड्ढा खोदा गया। काफी मशक्कत के बाद आधी रात करीब 12 बजे प्रवीण को बाहर निकाल लिया।
यह तीन हफ्ते में दूसरा सफल रेस्क्यू ऑपरेशन है। इससे पहले 22 मार्च को 48 घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर हिसार में 18 महीने के मासूम की जान बचाई थी। बोरवेल टीम के निरंतर अभ्यास व प्रशिक्षण से दोनों बच्चों को निकाला जा सका।
पीके श्रीवास्तव, कमांडेंट, आठवीं बटालियन एनडीआरएफ।