गाजियाबाद में मंदिर परिसर में मीट खाने और शराब पीने का विरोध करने पर युवक की हत्या
शनि मंदिर परिसर में गंगनहर के किनारे बैठकर मीट खाने और शराब पीने का विरोध करना मंदिर के पुजारी व उनके सहयोगियों को महंगा पड़ गया। आरोपितों ने लोहे की राड और शराब की बोतलों से पीट पीटकर एक युवक की हत्या कर दी।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। शनि मंदिर परिसर में गंगनहर के किनारे बैठकर मीट खाने और शराब पीने का विरोध करना मंदिर के पुजारी व उनके सहयोगियों को महंगा पड़ गया। आरोपितों ने लोहे की राड और शराब की बोतलों से पीट पीटकर एक युवक की हत्या कर दी, जबकि 2 की हालत गंभीर बनी हुई है। घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। पूरी घटना सीसीटीवी में भी कैद हो गई है।
मोदीनगर के लंकापुरी निवासी विनोद भगतजी गंगनहर की दायीं पटरी स्थित घाट पर बने मंदिर में पुजारी हैं। उनके पास मेरठ के शोभापुर गांव निवासी प्रवीण व मुरादनगर की कृष्णा कॉलोनी निवासी देवेंद्र कोहली ने काफी समय से आश्रय लिया हुआ था और वे उनके सहयोगी के रूप में काम करते थे। बृहस्पतिवार रात्रि करीब 10 बजे स्कूटी सवार तीन युवक आए और गंगनहर की बायीं पटरी स्थित मुख्य शनि मंदिर परिसर में बैठकर शराब पीने लगे। इसके बाद उन्होंने मीट निकाला और उसे भी खाने लगे। यह देख प्रवीण और देवेंद्र ने आपत्ति जताई। कहा की मंदिर परिसर में शराब और मीट का सेवन न करें।
आरोप है कि इसी बात से नाराज आरोपितों ने स्कूटी में रखी राड निकालकर उनपर हमला कर दिया। शोर शराबा सुनकर दूसरी ओर से विनोद भगतजी भी आ गए। उन्होंने बीच बचाव कराया तो आरोपितों ने उनके सिर में भी राड मारकर लहूलुहान कर दिया। तीनों लोग नीचे गिर गए, इसके बावजूद भी आरोपित शांत नहीं हुए। शराब और बीयर की खाली बोतलें भी आरोपितों ने उनको मारीं। अधमरा समझकर आरोपित वहां से चले गए। इसी दौरान एक सेवादार वहां आया। उसने इसकी सूचना मंदिर के महंत मुकेश गोस्वामी को दी। मुकेश गोस्वामी उनको लेकर गाजियाबाद के अस्पताल गए।
विनोद को गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि प्रवीण व देवेंद्र को दिल्ली रेफर कर दिया गया। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में प्रवीण को मृत घोषित कर दिया गया। देवेंद्र को वहीं के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत भी नाजुक बनी हुई है। मंदिर प्रबंधन ने दूसरे समुदाय के लोगों पर वारदात को सोची समझी साजिश के तहत अंजाम देने का आरोप लगाया है।
पूरा मामला मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गया है। मामले में कोई लिखित शिकायत पुलिस को नहीं मिली है। शनि मंदिर के महंत मुकेश गोस्वामी ने बताया कि इस प्रकार की घटना मंदिर परिसर में पहले भी हो चुकी है। समुदाय विशेष के लोग मंदिर में आते रहते हैं।
सूचना देने के बाद भी इनकी रोकथाम के लिए पुलिस प्रशासनिक स्तर से कोई कदम नहीं उठाया जाता। इस बारे में एसएचओ मुरादनगर हरिओम सिंह का कहना है कि सूचना के आधार पर मामले की छानबीन कराई जा रही है। सीसीटीवी को खंगाला जा रहा हैं। आरोपितों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों से भी इस मामले में पूछताछ की जा रही है।