शादी की तारीख तय, कॉलोनी और सोसायटी में दूल्हा दुल्हन की तलाश जारी, पढ़िए अजब मामला
नगर निगम की टीमें अलग अलग कॉलोनी और सोसायटी में जाकर ऐसी कन्याओं की तलाश कर रही हैं जिनकी शादी आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण नहीं हो पा रही है।
साहिबाबाद, जागरण संवाददाता। एक बार फिर से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर कन्याओं की शादी की तैयारी शुरू कर दी गई है। शादी की तारीख भी तय हो चुकी है। लेकिन परेशानी यह है कि शादी के लिए दूल्हा-दुल्हन नहीं मिल रहे हैं। नगर निगम वसुंधरा जोन की टीम दूल्हा-दुल्हन की तलाश कर रही हैं।
नगर निगम वसुंधरा जोन के कर अधीक्षक झम्मन सिंह ने बताया कि वसुंधरा जोन में अब तक दो जोड़े मिले हैं। जिनकी शादी को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके अलावा नगर निगम की टीमें अलग अलग कॉलोनी और सोसायटी में जाकर ऐसी कन्याओं की तलाश कर रही हैं, जिनकी शादी आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण नहीं हो पा रही है। शादी के बाद कन्या के बैंक खाते में 35 हजार की धनराशि सरकार की ओर से जमा कराई जाएगी। 15 हजार रुपये का सामान और चांदी के जेवर भी दिए जाएंगे। शादी में होने वाले खर्च का वहन उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से किया जाएगा।
20 तारीख तक कराएं रजिस्ट्रेशन
कर अधीक्षक ने बताया कि 20 फरवरी तक आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की कन्याओं की शादी के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है। 20 फरवरी तक रजिस्ट्रेशन करवाने वालों की शादी 24 फरवरी को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कविनगर स्थित चौधरी भवन में करवाई जाएगी।
कन्या पक्ष को ही ढूंढना है दूल्हा
शादी के लिए कन्या पक्ष को ही वर की भी तलाश करनी होती है। वर गाजियाबाद से बाहर के जिले का भी हो सकता है। नगर निगम की टीम दोनों पक्षों के कागजों की जांच करती है। अलग-अलग धर्मो के जोड़ों का उनके धर्म की रीति रिवाज से शादी करवाई जाएगी।
यह है अनिवार्यता
शादी के लिए रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कुछ शर्ते भी हैं। इनमें पहली शर्त यह है कि आवेदनकर्ता कन्या गाजियाबाद जिले की रहने वाली होनी चाहिए। कन्या के पिता की आर्थिक आय दो लाख रुपये सालाना या उससे कम होनी चाहिए। कन्या के नाम से बैंक अकाउंट होना चाहिए। वर और कन्या का आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र भी होना चाहिए।