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Coronavirus Vaccine: अस्पताल के एक नर्स की दास्तान, 20 हजार से अधिक को लगायाा टीका, सुई लगाते-लगाते अंगूठा हो गया है खराब

Coronavirus Vaccine कोरोना की पहली लहर में घर-घर जाकर संदिग्धों को ट्रेस करने और उनको चिकित्सकीय सहायता पहुंचाने वाली पिंकी को दूसरी लहर का भी कोई खौफ नहीं है। निडर होकर वह जान बचाने की खातिर कोरोनारोधी टीका लगा रही हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 12:48 PM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 12:48 PM (IST)
Coronavirus Vaccine: अस्पताल के एक नर्स की दास्तान, 20 हजार से अधिक को लगायाा टीका, सुई लगाते-लगाते अंगूठा हो गया है खराब
संयुक्त जिला अस्पताल में कोरोनारोधी टीका लगातीं स्टाफ नर्स पिंकी चौधरी- जागरण

गाजियाबाद, [मदन पांचाल]। कोरोना की पहली लहर में घर-घर जाकर संदिग्धों को ट्रेस करने और उनको चिकित्सकीय सहायता पहुंचाने वाली पिंकी को दूसरी लहर का भी कोई खौफ नहीं है। निडर होकर वह जान बचाने की खातिर कोरोनारोधी टीका लगा रही हैं। 16 जनवरी से लेकर अब तक वह बीस हजार से अधिक लोगों को टीका लगा चुकी हैं। वह बताती हैं कि सुई लगाते-लगाते उनका अंगूठा खराब हो गया है। एक घंटे बाद ही अंगूठा सुन्न हो जाता है। कंधे में दर्द है। अंगुलियां भी साइलेंट होने लगी हैं लेकिन फिर वह लगातार टीका लगा रही हैं।

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संयुक्त अस्पताल में स्थापित टीकाकरण केंद्र पर तैनात स्टाफ नर्स पिंकी चौधरी अब तक प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग समेत दो सौ से अधिक वीआइपी को भी टीका लगा चुकी हैं। नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र राजनगर में पिंकी की पोस्टिंग है। अप्रैल 2020 में उनकी ड्यूटी कांटेक्ट ट्रेसिंग एवं बुखार के मरीजों की जांच कराने के लिए लगाई गई। अप्रैल से लेकर नवंबर 2020 तक पिंकी ने 3,258 कोरोना संदिग्धों की जांच कराई तो 832 संक्रमित ट्रेस कर दिए। सभी को कोविड अस्पतालों में भर्ती भी करवाया। सीएमओ एवं केंद्र प्रभारी उनकी ड्यूटी को लेकर बेहद खुश रहते हैं।

मां ने शादी की तो सास ने पढ़ाई कराई

मूल रूप से बाबरपुर शाहदरा की रहने वाली पिंकी की शादी वर्ष 2006 में मुरादनगर के गांव मिलक चाकरपुर निवासी विकास के संग हो गई। उसकी सास मिथलेश ने पिंकी को नर्सिंग का कोर्स सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ से कराया। इसकी पूरी फीस करीब सवा लाख रुपये भी सास ने ही दी। पिंकी की बेटी आकांक्षा और बेटा संस्कार की देखभाल उसके सास-ससुर ही करते हैं। पिंकी के पति निजी कंपनी में कार्यरत हैं। वह छह साल से स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ नर्स के रूप में कार्यरत हैं।

मरीजों का उपचार और काउंसिलिंग करने में अव्वल

स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले मरीजों का उपचार करने में वह कतई पीछे नहीं हटती है। कोविड के तहत गंभीर रूप से बीमार लोगों की वह घर-घर जाकर काउंसिलिंग भी करती हैं। आसपास की झुग्गियों में रहने वाले लोगों की जांच करने वह खुद ही जाती हैं। गर्भवती महिलाओं की निगरानी करना उसकी आदत बन गई है। डिलीवरी के समय महिलाओं को जिला महिला अस्पताल तक पहुंचवाती हैं।


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