नौकरी के नाम पर महिला से एक लाख रुपये ठगने वाला एसटीएफ के हत्थे चढ़ा
एसटीएफ के मुताबिक उस समय आरोपित शुभम मौके से फरार हो गया और फिर से नए साथियों को जोड़ के ठगी का काल सेंटर खोल लिया। शुभम के पास से एक लैपटाप दो मोबाइल एक आधार कार्ड एक पैन कार्ड 12 हजार का रुपये टाटा टिगोर कार बरामद हुई है।
गाजियाबाद, आयुष। लखनऊ की महिला से बैंक में नौकरी के नाम पर एक लाख रुपये की ठगी करने के आरोपित को एसटीएफ ने शुक्रवार को गाजियाबाद के वैशाली स्थित क्लाउड-9 अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित भोपुरा स्थित ऑक्सी होम सोसायटी में रहने वाला शुभम वर्मा उर्फ स्काइ है, जिसके 12 साथियों को 13 अक्टूबर 2020 को एसटीएफ ने ही आरडीसी से गिरफ्तार किया था। एसटीएफ के मुताबिक उस समय आरोपित शुभम मौके से फरार हो गया और फिर से नए साथियों को जोड़ के ठगी का काल सेंटर खोल लिया। शुभम के पास से एक लैपटाप, दो मोबाइल, एक आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, 12 हजार का रुपये, टाटा टिगोर कार बरामद हुई है।
ऐसे की थी ठगी
एसटीएफ लखनऊ के एसएसपी अनिल कुमार सिसौदिया ने बताया कि लखनऊ के रहीम नगर शिवानी वारा ने नौकरी के लिए जाॅब दिलाने वाली एक वेबसाइट पर आवेदन किया था। 19 अगस्त को शिवानी को एक्सिस बैंक की एचआर विभाग से राधिका के नाम पर काल आई। उन्हें जाॅब का ऑफर देकर वाट्सएप पर भेजे गए लिंक पर क्लिक कर 10 रुपये खाते में भेजने की बात कही गई।
लिंक पर क्लिक करते ही क्विक सपोर्ट ऐप डाउनलोड हो गया और कालर ने उनसे इसका कोड पूछ कर मोबाइल हैक कर लिया। शिवानी ने अपने खाते से 10 रुपये की पेमेंट की और इसी दौरान ठग ने उनके डेबिट कार्ड की जानकारी और पिन नंबर देख लिया। मगर शिवानी के खाते से 10 रुपये के बजाए एक हजार रुपये कट गए। कालर ने माफी मांगते हुए फिर से एक लिंक भेजा और इस पर क्लिक करने के बाद उनके खाते से 49 हजार रुपये और फिर दोबारा रिफंड के नाम पर उनके खाते से 50 हजार ठग ने उड़ा लिए।
एसटीएफ के मुताबिक शुभम काल करने के लिए फर्जी दस्तावेजों पर सिम खरीदा था और एक सिम को 15 दिन तक इस्तेमाल करता था। आरोपित गिफ्ट वाउचर के नाम पर भी कई ठगी कर चुका है। एसटीएफ के मुताबिक शुभम अभी तक सैकड़ों व्यक्तियों से करोड़ों की ठगी कर चुका है।
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