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होम आइसोलेशन की मंजूरी मिलते ही कोरोना की जांच कराने निकले कई VIP, पू्र्व सांसद पॉजिटिव

संक्रमितों के लिए होम-आइसोलेशन को मंजूरी देने के साथ ही जिले भर के अनेक नेता अफसर कारोबारी और बिल्डर कोरोना जांच के लिए मंगलवार को अपने-अपने घरों से बाहर निकले।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 21 Jul 2020 04:01 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 04:01 PM (IST)
होम आइसोलेशन की मंजूरी मिलते ही कोरोना की जांच कराने निकले कई VIP, पू्र्व सांसद पॉजिटिव
होम आइसोलेशन की मंजूरी मिलते ही कोरोना की जांच कराने निकले कई VIP, पू्र्व सांसद पॉजिटिव

गाजियाबाद [मदन पांचाल]। कोरोना के साथ कोविड अस्पताल और क्वारंटाइन सेंटरों में भर्ती होने का लोग में अधिक डर है। इसी का नतीजा है कि राज्य सरकार द्वारा लक्षणरहित संक्रमितों के लिए होम-आइसोलेशन को मंजूरी देने के साथ ही जिले भर के अनेक नेता, अफसर, कारोबारी और बिल्डर कोरोना जांच के लिए मंगलवार को अपने-अपने घरों से बाहर निकले।

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कुछ पार्टियों के नेता भी जांच कराने एमएमजी अस्पताल पहुंचे। इनमें से अधिकांश की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है। इसी क्रम में कांग्रेस के एक पूर्व बुजुर्ग सांसद सुरेंद्र प्रकाश गोयल की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर वह टेंशन में आ गए। आनन- फानन में पूर्व सांसद ने अपने पूरे परिवार के सदस्यों की कोरोना जांच कराई है। सीएमएस डॉ. अनुराग भार्गव के मुताबिक पहली बार जांच के लिए वीआइपी लोग के फोन आ रहे हैं।

दो सौ से सीधे पांच सौ पर पहुंचा आंकड़ा

मंगलवार को कोरोना जांच कराने वालों की संख्या दौ सौ से सीधे पांच सौ पर पहुंच गई। यह अकेले एमएमजी अस्पताल का आंकड़ा है। इसके अलावा जिले के चार बूथों पर भी जांच के लिए लोग की भीड़ लग गई। लोनी, मुरादनगर, डासना और भोजपुर में भी जांच करने अनेक लोग घरों से बाहर निकले। एमएमजी में रोज सौ से दो सौ लोग ही जांच कराने आ रहे थे लेकिन होम-आइसोलेशन को मंजूरी मिलते ही जांच कराने वालों की संख्या बढ़ गई।

होम-आइसोलेशन पर नजर रखने के लिए बनी सर्विलांस टीम

लक्षणरहित संक्रमितों के लिए राज्य सरकार ने सोमवार से होम-आइसोलेशन की मंजूरी दे दी है। शासन के आदेशों के अनुसार बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमितों को होम-आइसोलेशन के लिए एक शपथ पत्र प्रशासन अथवा स्वास्थ्य विभाग को देना होगा। देर रात को प्रशासन द्वारा होम-आइसोलेशन में रहने वालों पर निगरानी के लिए मजिस्ट्रेट, चिकित्सक और सर्विलांस टीमें बना दी है।

बंद करने पड़ सकते हैं दो कोविड अस्पताल

होम-आइसोलेशन की मंजूरी के साथ ही एसआरएम और दिव्य ज्योति संस्थान में बनाए गए कोविड एल-1 अस्पतालों को बंद करना पड़ सकता है। दरअसल इनमें अधिक स्टाफ कार्यरत है।वैसे भी करीब साठ फीसद मरीजों को भर्ती करने की जगह होम-आइसोलेशन की मंजूरी देनी होगी।


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