शिप्रा कृष्णा विस्टा में कुतों का आतंक, तीन तीनों में गर्भवती महिला-समेत 6 लोगों को काटा
शिप्रा कृष्णा विस्टा सोसायटी में आवारा कुत्ताें से परेशान सैकड़ों लोगों ने सोसायटी के बाहर हैबिटेट सेंटर से सीआइएसएफ रोड को जोड़ने वाली सड़क को जाम कर दिया।
इंदिरापुरम (गाजियाबाद), जागरण संवाददाता। शिप्रा कृष्णा विस्टा सोसायटी में आवारा कुत्ताें से परेशान लोगों ने बीती रात करीब सवा एक घंटे सड़क जाम कर जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कुत्ताें से चाहिए आजादी के नारे लगाए। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को नगर निगम से समवन्य स्थापित करके समस्या के समाधान का आश्वासन दिया, इसके बाद प्रदर्शनकारी सड़क से हटे। ऐसा न होने पर दोबारा सड़क जाम करने की चेतावनी दी।
सड़क जाम कर जताया विरोध
शिप्रा कृष्णा विस्टा सोसायटी में आवारा कुत्ताें से परेशान सैकड़ों लोगों ने मंगलवार रात करीब साढ़े आठ बजे सोसायटी के बाहर हैबिटेट सेंटर से सीआइएसएफ रोड को जोड़ने वाली सड़क को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारी कुत्तों से चाहिए आजादी का नारा लगाने लगे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि करोड़ रुपये खर्च कर सोसायटी में फ्लैट लिया, फिर भी कुत्ताें के भय के साए में जिंदगी बीत रही है। तीन तीनों में गर्भवती महिला व बच्चों समेत छह लोगों को कुत्ताें ने काट लिया है। इससे लोग फ्लैट से निकलने में भी डरते हैं। सोसायटी में बच्चों ने खेलना तक बंद कर दिया है। इसकी कई बार नगर निगम, पुलिस व अन्य अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सोसायटी में आवारा कुत्ताें की संख्या दो दर्जन से अधिक हो गई है।
कुछ लोगों की वजह से हो रही समस्या
सोसायटी के अपार्टमेंट आनर एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण राय ने बताया है कि पहले आवारा कुत्ताें की संख्या नाममात्र की थी लेकिन चंद लोग कुत्ताें को बाहर से खिलाने लाने लगे, इससे इनकी संख्या बढ़ गई है। कुत्ते लोगों को शिकार बना रहे हैं। स्थानीय निवासी अमित अग्रवाल ने कहा है कि कुछ लोग हैं, जो कुत्तों पर कार्रवाई नहीं होने दे रहे हैं, इससे सोसायटी प्रभावित हो रही है।
पुलिस ने दिया आश्वासन फिर खुला जाम
इंदिरापुरम थाना प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र सिंह ने बताया है कि मौके पर नीति खंड चौकी प्रभारी पहुंचे। प्रदर्शनकारियों को समझाया गया कि बुधवार को नगर निगम के अधिकारियों से समंवय स्थापित करके समस्या का समाधान किया जाएगा। इस पर लोग शांत हो गए। रात करीब पौने दस बजे लोग सड़क से हटे।