जातिगत हिंसा मामले में मेरठ से लेकर गुरुग्राम तक महंत की गिरफ्तारी के लिए दी जा रही दबिश Ghaziabad News
जातिगत संघर्ष को देखते हुए पुलिस ने जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों के खिलाफ अभियान भी छेड़ा है। बीते दो दिन में सैकड़ों वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।
गाजियाबाद, जेएनएन। रोडरेज को लेकर दो गुटों में विवाद और फिर पंचायत के दौरान बवाल के मामले में नामजद डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद की तलाश में पुलिस की टीमें मेरठ से लेकर गुरुग्राम तक दबिश दे रही हैं। सूत्रों की मानें तो महंत ने पुलिस के रवैये को पहले ही भांप लिया था, जिस कारण पंचायत के बाद से ही मंदिर नहीं गए। उनके सहयोगी अनिल भी फरार चल रहे हैं।
वहीं जातिगत संघर्ष को देखते हुए पुलिस ने जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों के खिलाफ अभियान भी छेड़ा है। बीते दो दिन में सैकड़ों वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। मंदिर पर पुलिस का 'कब्जा' इस पूरे मामले में नोएडा में एक और गाजियाबाद के चार थानों में छह केस दर्ज हैं, जिनमें रोडरेज का मामला भी शामिल है।
15 सितंबर को बवाल के बाद मसूरी थाने में बलवा, तोड़फोड़ समेत कई संगीन धाराओं में यति नरसिंहानंद व अनिल समेत सैकड़ों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। तभी से दोनों फरार चल रहे हैं। तीसरे दिन भी मंदिर व इसके आसपास के क्षेत्र और बम्हैटा में पुलिस व पीएसी तैनात रही।
10 से अधिक टीम दे रहीं दबिश
एसपी सिटी श्लोक कुमार और एसपी देहात नीरज कुमार जादौन के नेतृत्व में 10 से अधिक टीमें महंत और अनिल यादव की तलाश में मेरठ, दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम में दबिश दे रही हैं। हालांकि अभी तक पुलिस महंत की लोकेशन ट्रेस नहीं कर पाई है। जनपद पुलिस इस मामले में नोएडा की पुलिस से भी समन्वय बनाए हुए है। दोनों एक-दूसरे से सभी सूचनाएं शेयर कर रहे हैं।
वाहन पर जाति लिखने वालों पर चला चाबुक
जातिगत संघर्ष को लेकर पांच दिन से चल रहे बवाल को लेकर पुलिस ने वाहनों पर जाति लिखकर टशन दिखाने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार को पुलिस ने ऐसे 280 वाहनों का चालान किया, जबकि चेकिंग में अन्य खामियां मिलने पर छह गाड़ियां सीज भी कीं। मंगलवार को भी जिले यह कार्रवाई जारी रही। यातायात निरीक्षक परमहंस तिवारी ने बताया कि मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 177 के तहत ऐसे वाहनों का चालान किया जा रहा है। जिले में फिलहाल इस धारा में 500 रुपये का चालान काटा जा रहा है। एप अपडेट होने के बाद संशोधन के अनुसार दो हजार रुपये का चालान काटा जाएगा।
यह है मामला
अच्छेजा के रोडरेज में पीटने को लेकर सोशल मीडिया पर दोनों तरफ से की गई पोस्ट्स से उन्माद भड़का था। 13 सितंबर को पहली बार मसूरी में पंचायत हुई, जिसके बाद बम्हैटा में गुर्जर लिखी गाड़ी तोड़ने के बाद एनएच-9 व एनएच-91 पर 50-60 गाड़ी और बाइकों पर उत्पात मचाया। 14 सितंबर को नंदकिशोर गुर्जर की अध्यक्षता में एसपी सिटी श्लोक कुमार के कार्यालय में दोनों समाज के लोगों की बैठक हुई। 15 सितंबर को डासना देवी मंदिर में दोनों पक्षों की पंचायत बुलाई गई। 10-15 लोगों के बजाय दोनों पक्षों से 250 से अधिक व्यक्ति जुटे और मंदिर से बाहर निकलते ही दोनों पक्षों में पथराव हो गया।
बवाल के वीडियो वायरल हुए, जिनमें गाड़ियां तोड़ते फायरिंग की आवाज सुनाई दे रही थी। एसएसपी सुधीर कुमार ने बताया कि इस मामले में दर्ज सभी मुकदमों की विवेचना की समीक्षा मैं रोज कर रहा हूं। महंत समेत अन्य ज्ञात आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही है। वीडियो आदि से आरोपितों की पहचान भी की जा रही है। नोएडा पुलिस से भी समन्वय बना हुआ है। मेरठ से लेकर पूरे दिल्ली-एनसीआर में तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपितों को जेल भेजा जाएगा।