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UP: एंबुलेंस चालक ने 5 लाख में से एक लाख रुपये लौटाए

मरीज को ले जाने के लिए गौतमबुद्ध नगर में साई एंबुलेंस सर्विस से एंबुलेंस बुक की गई। एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम युक्त एंबुलेंस से मरीज को वाराणसी ले जाया गया और इसके एवज में पांच लाख रुपये वसूल लिए गए।

By Jp YadavEdited By: Published: Fri, 25 Jun 2021 10:40 AM (IST)Updated: Fri, 25 Jun 2021 10:40 AM (IST)
UP:  एंबुलेंस चालक ने 5 लाख में से एक लाख रुपये लौटाए
UP: नोएडा के एंबुलेंस चालक ने गौतमबुद्धनगर से वाराणसी तक के वसूले 5 लाख रुपये

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। दिल्ली से सटे गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाले एक परिवार के सदस्य को उपचार के लिए गौतमबुद्ध नगर से वाराणसी तक ले जाने के लिए पांच लाख रुपये एंबुलेंस किराया वसूला गया। मामले की शिकायत जिलाधिकारी गाजियाबाद राकेश कुमार ¨सह से की गई है। उन्होंने इसकी जांच अपर नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह को सौंपी है। एंबुलेंस गौतमबुद्ध नगर से बुक किए जाने के कारण पीडि़त की मदद के लिए जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर को भी पत्र भेजा जाएगा।

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राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाली महिला ने जिला प्रशासन को बताया कि अप्रैल माह में उनके देवर की तबीयत बिगड़ गई थी। उपचार के लिए उनको गौतमबुद्ध नगर ले जाया गया लेकिन लेकिन वहां के अस्पताल में बेड खाली नहीं मिला। इसके बाद काफी प्रयास करने पर मरीज को उपचार के लिए वाराणसी में बेड खाली मिला। वहां तक मरीज को ले जाने के लिए गौतमबुद्ध नगर में साई एंबुलेंस सर्विस से एंबुलेंस बुक की गई। एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम युक्त एंबुलेंस से मरीज को वाराणसी ले जाया गया और इसके एवज में पांच लाख रुपये वसूल लिए गए। कोरोना काल में मरीजों और उनके तीमारदारों से मनमानी वसूली करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन से निर्देश जारी किए हैं। जिसके बाद पीड़ित परिवार ने शिकायत की है। पांच लाख रुपये में से एक लाख रुपये पीड़ित परिवार को वापस लौटाए जा चुके हैं।

उधर, गाजियाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि एंबुलेंस के लिए जो किराया तय किया गया है, उससे अधिक की जो वसूली गई है। उसके बारे में जांच के लिए अपर नगर मजिस्ट्रेट को नामित किया गया है।

इस पूरे मामले पर सुहास एलवाई (डीएम गौतमबुद्ध नगर) का कहना है कि पांच लाख रुपये किराया वसूलने की कोई शिकायत नहीं मिली है। यदि शिकायत आती है तो जांच कराकर पीडि़त की रकम वापिस कराई जाएगी साथ ही एंबुलेंस संचालक का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा।


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