कहीं गाजियाबाद से तो नहीं लिया गया अलीगढ़ में अवैध शराब बनाने के लिए मिथाइल एल्कोहल, जानिए कैसे जुड़ रहा कनेक्शन
उप जिलाधिकारी सदर देवेंद्र पाल सिंह ने आबकारी निरीक्षक के साथ बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र स्थित मै. गिरीश केमिकल्स में औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पता चला कि लाइसेंस समाप्त होने के बाद से अब तक फर्म के स्टाक में से 64 521 लीटर मिथाइल एल्कोहल कम है
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। अलीगढ़ में शराब कांड के बाद जिले में चौकसी बढ़ा दी गई है। शासन के निर्देश के अनुपालन में सोमवार को उप जिलाधिकारी सदर देवेंद्र पाल सिंह ने आबकारी निरीक्षक के साथ बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र स्थित मै. गिरीश केमिकल्स में औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पता चला कि लाइसेंस समाप्त होने के बाद से अब तक फर्म के स्टाक में से 64, 521 लीटर मिथाइल एल्कोहल कम है, शक है कि यह मिथाइल एल्कोहल अवैध तरीके से बेच दिया गया है। जिस कारण बचे हुए स्टाक को सील कर दिया गया है। इस मामले की जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी गई है, जल्द ही कार्रवाई की संभावना है।
उप जिलाधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के समय मै. गिरीश केमीकल्स के मालिक श्रवण कुमार और प्रबंधक मिले। जांच में पता चला कि 31 दिसंबर 2020 को लाइसेंस की वैद्यता समाप्त हो गई है। उस वक्त 70,997 लीटर मिथाइल एल्कोहल का स्टॉक फर्म में था, लेकिन निरीक्षण के वक्त स्टॉक 70 हजार के बजाय महज 6,476 लीटर मिला।
रजिस्टर की जांच करने पर पता चला कि जनवरी में 24, 757 लीटर, फरवरी में 26,833 लीटर, मार्च में 12,538 लीटर और अप्रैल में 893 लीटर मिथाइल एल्कोहल की स्टाक में से कमी हुई है। फर्म मालिक ने उप जिलाधिकारी को बताया कि लाइसेंस नवीनीकरण के लिए आवेदन किया गया है। लेकिन अभी नवीनीकरण नहीं हुआ है। कम स्टाक की बिक्री की गई या उसका प्रयोग किया गया, इस बारे में दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया है। जिस कारण कार्रवाई की गई है।
नहीं किया निरीक्षण
जांच में यह भी पता चला कि फर्म में स्टाक की जांच के लिए जनवरी से मई माह के बीच आबकारी विभाग के अधिकारी निरीक्षण के लिए भी नहीं पहुंचे। जबकि समय-समय पर फर्म में स्टाक की जांच के लिए आबकारी विभाग की टीम को जाना होता है। बयान फर्म मालिक ने मिथाइल एल्कोहल से थिनर बनाया है, उस टैंक को प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया है। जिला उद्योग केंद्र से लाइसेंस नवीनीकरण की रिपोर्ट नहीं आई है। मामले की विस्तृत जांच कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
- राकेश कुमार सिंह, जिला आबकारी अधिकारी