Coronavirus Ghaziabad:देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामले, जानें गाजियाबाद, नोएडा और हापुड़ का हाल
देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के बीच जाने अपने जिले का हाल। यहां पढ़ें गाजियाबाद हापुड़ और नोएडा का अपडेट।
गाजियाबाद, जेएनएन। देश कोरोना वायरस के मामलें 8 लाख तक पहुंच गए हैं। ऐसे में आपको कोरोना वायरस से बचने के लिए अपने लिए अपने जिले के बारे में जानकारी होना बेहद जरुरी है। यहां पढ़ें गाजियाबाद, हापुड़ और नोएडा का हाल।
Coronavirus Noida, Ghaziabad and Hapur Update
- मोदीनगर: मोदीनगर व भोजपुर में शुक्रवार को कुल 94 कोरोना की जांच हुई। जिनमें तीन पॉजिटिव केस मिले। तीनों को निवाड़ी रोड स्थित कोविड-1 में भर्ती करा दिया गया है। सभी जांच एंटीजन किट से ही कराई गई है। गो¨वदपुरी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. कैलाशचंद ने बताया कि शुक्रवार को अस्पताल में कुल 52 कोरोना जांच कराई गई। जिनमें एक महिला समेत दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। महिला बेगमाबाद की रहने वाली है। वहीं युवक हरमुखपुरी का रहने वाला है। दोनों के परिवार के अन्य लोगों की भी अब जांच कराई जाएगी। उधर, भोजपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी शुक्रवार को 42 लोगों की कोरोना जांच कराई गई।
- नोएडा: संचारी रोगों व कोविड-19 की रोकथाम के लिए दो दिनों के लिए हुए लॉकडाउन का पालन कराने के लिए शहर की सड़कों पर पुलिस मुस्तैद है। इसका असर है कि सड़कों से खासकर कामर्शियल वाहन गायब हैं व यातायात में बड़े स्तर पर कमी देखी जा रही है। वहीं, लॉकडाउन की वजह से शहर के सभी प्रतिष्ठान बंद हैं।
55 घंटे के लॉकडाउन के मद्देनजर दिल्ली व गाजियाबाद बॉर्डर पर पुलिस पूर्व में हुए लॉकडाउन की तरह बैरिकेडिंग लगाकर जांच कर रही है। खासकर दिल्ली से केवल उन वाहनों को ही नोएडा में प्रवेश मिल रहा है। जिनके पास प्रशासन की तरफ से पास जारी है या आवश्यक सेवाओं से जुड़े हैं। इसके लिए वहां पुलिस टीम हर वाहनों की जांच कर रही है।
- हापुड़: जनपद में 17 और मरीजों में शुक्रवार को कोरोना की पुष्टि हुई है। इनमें से सात मरीज ऐसे हैं जो एक ही परिवार के सदस्य हैं। सभी को उपचार के लिए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। वहीं, 9 और मरीजों को चिकित्सकों ने स्वस्थ घोषित कर दिया है। जनपद में अभी तक 835 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 629 मरीज स्वस्थ हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एंटीजन किट और ट्रू नेट मशीन द्वारा की गई संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई।