लॉकडाउन में आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोलने पर किया चालान Ghaziabad News
लॉकडाउन में दिशा-निर्देश में साफ था कि किराना सब्जी दूध दवाइयों की दुकानें खुली रहेंगी। फिर भी पुलिस ने आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में आने वाली दुकानों को जबरन बंद करा दिया था।
गाजियाबाद [शाहनवाज अली]। प्रदेश में संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान रविवार को तमाम गतिविधियों के साथ मेडिकल को छोड़ अधिकांश स्थानों पर आवश्यक वस्तुओं की दुकानें भी बंद रहीं। संबंधित थाना पुलिस ने अपनी मनमर्जी से कहीं जबरन दुकानें बंद कराई तो कहीं गैर जरूरी वस्तुओं की दुकान खोलने की छूट दी। किराना की दुकान बंद होने से लोगों को जरूरत का सामान न मिलने से परेशानी का सामना करना पड़ा।
शुक्रवार रात से सोमवार सुबह तक लॉकडाउन
कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए सरकार ने शुक्रवार रात 10 बजे से प्रदेश भर में आवश्यक वस्तु, मेडिकल सेवा के अलावा कुछ इंडस्ट्रीज को छूट देते हुए संपूर्ण लॉकडाउन लागू किया था। सोमवार सुबह 5 बजे तक चलने वाले इस लाॅकडाउन की पहली सुबह यानि शनिवार को जरूरत का सामान लेने के लिए घर से निकलने वाले लोगों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा था।
दुकान बंद होने से परेशानी
दिशा-निर्देश में साफ था कि किराना, सब्जी, दूध, दवाइयों की दुकानें खुली रहेंगी। फिर भी पुलिस ने आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में आने वाली इन दुकानों को जबरन बंद करा दिया था। यही, हाल रविवार की सुबह भी रहा। हालांकि लोगों को लॉकडाउन लागू होने की खबर एक दिन पहले मिल गई थी, लेकिन किसी ने जरूरत का सामान खरीदने में आपाधापी नहीं की। उन्हें मालूम था कि लॉकडाउन के दौरान जरूरी सामान के लिए किराना व सब्जी की दुकानें खुलेंगी। अब दुकान न खुलने से लोगों को सामान नहीं मिला तो उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। उधर, सेक्टर-23 संजय नगर में किराने की कुछ दुकानें खोलने पर चालान किया तो एक दुकानदार को स्थानीय पुलिस उठाकर चौकी ले गई। राजनगर सेक्टर-10 में भी कुछ दुकानें खुली, लेकिन शहर के अधिकांश हिस्से में सभी तरह की दुकानें बंद रही।
खुली रहेंगी जरूरी सामान की दुकानें
आवश्यक वस्तु अधिनियम से जुड़ी दुकानों यानी दूध, ब्रेड, किराना, परचून की दुकानों को खोलने का आदेश है। यदि कोई बंद करवा रहा है तो गलत है। इसकी जांच कराई जाएगी।
संतोष कुमार वैश्य, अपर जिलाधिकारी प्रशासन एवं नोडल अधिकारी