5 महीने में राशन की 44 दुकानों के लाइसेंस हुए निरस्त, घटतौली और मनमानी रोकने लिए हो रही कार्रवाई
घटतौली और मनमानी करने पर विगत पांच महीने के भीतर 44 राशन की दुकानों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं।
गाजियाबाद [मदन पांचाल]। केंद्र एवं राज्य सरकार संयुक्त रूप से कोरोना काल में जरूरतमंदों को अतिरिक्त राशन वितरण कर रहीं हैं, लेकिन कोटेदार इसी राशन को इधर-उधर करने में लगे हुए हैं। घटतौली और मनमानी करने पर विगत पांच महीने के भीतर 44 राशन की दुकानों के लाइसेंस निरस्त कर दिए गए हैं। तीन के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत एफआइआर दर्ज कराई गई हैं।
शिकायत के बाद हुई सख्त कार्रवाई
पांच महीने में कार्ड धारकों के अलावा पार्षद, प्रधान, समजसेवी और भाजपा नेताओं द्वारा की गईं शिकायतों की जांच के बाद यह सख्त कार्रवाई की गई है। जिला आपूर्ति अधिकारी अभिनव सिंह ने बताया कि पांच महीने में 44 कोटेदारों के लाइसेंस निरस्त किए गए हैं। इनमें खोड़ा, लोनी, विजयनगर, साहिबाबाद, मसूरी, सेवानगर समते शहरी क्षेत्र की दुकानें शामिल हैं। फिलहाल नजदीकी दुकान से उक्त दुकानों से जुड़े कार्ड धारकों को राशन दिया जाएगा।
55 दुकानों के खिलाफ हो रही जांच
उनके मुताबिक 55 दुकानों के खिलाफ जांच कराई जा रही है। दस दुकानों के लाइसेंसी खुद ही दुकान सरेंडर करने की अर्जी दे चुके हैं। रिक्त हो चली सभी दुकानों का नए सिरे से आवंटन किया जाएगा। अगले दस दिन के भीतर नए लोग से दुकानों के लिए अर्जी मांगी जाएंगी। लाइसेंस निलंबित वाली दो दर्जन दुकानों की जांच अलग से कराई जा रही है। जिले में कुल 573 दुकान हैं। सवा चार लाख राशन कार्ड धारक हैं।
अफसरों की मौजूदगी में बंटेगा राशन
बुधवार से जिले में राशन वितरण होगा। इस बार अफसरों की मौजूदगी में राशन बांटने की योजना है। आपूर्ति विभाग ने बेसिक शिक्षा विभाग से अध्यापक और जीडीए, आवास-विकास, लोक निर्माण विभाग से अभियंताओं को मजिस्ट्रेट के रूप में नामित किए जाने के लिए मांगा है। बताया गया है कि पांच दुकानों पर एक मजिस्ट्रेट निगरानी करेंगे। इससे घटतौली रुकने के साथ ही शारीरिक दूरी का अनुपालन हो सकेगा।