42 औद्योगिक इकाइयों को 15 तक दें पीएनजी कनेक्शन : भूरेलाल
ईपीसीए (एन्वायर्नमेंट पॉल्यूशन कंट्रोल अथॉरिटी) के चेयरमैन भूरेलाल ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला प्रशासन व इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
गाजियाबाद, जेएनएन। ईपीसीए (एन्वायर्नमेंट पॉल्यूशन कंट्रोल अथॉरिटी) के चेयरमैन भूरेलाल ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला प्रशासन व इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक का मुख्य मुद्दा औद्योगिक इकाइयों में पीएनजी कनेक्शन को लेकर रहा। इंद्रप्रस्थ गैस लि. (आइजीएल) के अधिकारियों को उद्योगों के कनेक्शन के लिए लंबित आवेदनों का 15 अक्टूबर तक निस्तारण करने के आदेश दिए।
लोनी में कंपनी सर्वे चल रहा
बैठक में मौजूद आइजीएल अधिकारियों ने बताया कि लोनी इंडस्ट्रियल एरिया को छोड़कर जिले के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में पीएनजी लाइन हैं। लोनी में अभी कंपनी की ओर से सर्वे चल रहा है। उद्यमियों ने बताया कि फरवरी में किए गए आवेदन अभी तक आइजीएल में लंबित चल रहे हैं। जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त बीरेंद्र कुमार ने बताया कि अभी तक 344 उद्यमियों ने पीएनजी के लिए आवेदन किया है, जिनमें से 42 लंबित चल रहे हैं। इस पर डॉ. भूरेलाल ने कहा कि 15 अक्टूबर तक सभी लंबित आवेदनों का निस्तारण कर कनेक्शन दिए जाएं। बैठक में डीएम अजय शंकर पांडेय, जीडीए वीसी कंचन वर्मा, नगर आयुक्त दिनेश चंद्र, सभी एडीएम व इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
ग्रीन बेल्ट पर लाखों खर्च, उड़ रही धूल
आकाश वशिष्ठ पर्यावरण सेवक आकाश वशिष्ठ का कहना है कि ईपीसीए चेयरमैन भूरेलाल आए, लेकिन शिकायत सुनने के लिए उन्हें जान बूझकर नहीं बुलाया गया। राज नगर रेलवे लाइन के किनारे ग्रीन बेल्ट, जिस पर जीडीए ने लाखों रुपये खर्च किए, अब भवन और निर्माण सामग्री के भंडार लगे हैं। यह धूल प्रदूषण का एक प्रमुख स्त्रोत है। संबंधित विभाग ने शिकायत के बावजूद इसका निरीक्षण कर कार्यवाही नहीं की, जो पर्यावरण निगरानी का उपहास है।