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गाजियाबादः लोनी ट्रिपल मर्डर केस का पर्दाफाश, भतीजा ही निकला परिवार का कातिल

लोनी में सोमवार को हुए ट्रिपल मर्डर केस का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। वारदात को किसी और ने नहीं बल्कि कारोबारी रहीसुद्दीन के भतीजे ने ही अंजाम दिया था। पुलिस ने हत्या के आरोप में रहीसुद्दीन के भतीजे अय्यूब को गिरफ्तार किया है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 29 Jun 2021 06:29 PM (IST)Updated: Tue, 29 Jun 2021 06:38 PM (IST)
गाजियाबादः लोनी ट्रिपल मर्डर केस का पर्दाफाश, भतीजा ही निकला परिवार का कातिल
पुलिस की गिरफ्त में आरोपित अय्यूब। फोटोः जागरण

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। लोनी के टोली मोहल्ला में रविवार आधी रात के बाद घर में घुसकर कारोबारी रहीसुद्दीन और बेटे अजहरुद्दीन व इमरान की गोली मारकर की हत्या का पुलिस ने 36 घंटे में पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने रहीसुद्दीन के भतीजे अय्यूब को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त पिस्टल व खून से सनी उसकी शर्ट बरामद कर ली है। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि अय्यूब कबाड़ का काम शुरू करने के लिए अपने ताऊ रहीसुद्दीन से 10 लाख रुपये मांग रहा था। इन्कार करने पर उसने पहले रहीसुद्दीन को गोली मारी और आवाज सुनकर आए इमरान, अजहरुद्दीन उर्फ अज्जू और रहीसुद्दीन की पत्नी फातिमा को भी गोली मार दी।

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अज्जू की पत्नी अफसाना को भी उसने गोली मारने की कोशिश की, लेकिन पिस्टल फंसने के कारण गोली नहीं चल पाई और अय्यूब छत के रास्ते भाग गया।

पिस्टल पर साइलेंसर लगाना चाहता था

एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया कि अय्यूब रहीसुद्दीन के अच्छे कारोबार के चलते उनसे जलन रखता था। वह अपने भाइयों के साथ होम थिएटर बेचने का काम करता है। वह सीलमपुर में कबाड़ का कारोबार शुरू करने के लिए रहीसुद्दीन से 10 लाख रुपये मांग रहा था। मगर वह रुपये नहीं होने की बात कह रहे थे। इसीलिए उसने रहीसुद्दीन की हत्या की साजिश रच ली। वह पिस्टल पर साइलेंसर लगाना चाहता था, जिसके लिए यूट्यूब पर कई वीडियो भी देखे थे, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। हत्या में प्रयुक्त अवैध पिस्टल कई साल पहले अय्यूब के पिता ने खरीदी थी, जिनकी कुछ समय पूर्व मौत हो चुकी है।

रहीसुद्दीन की हत्या के इरादे से आया था

सीओ लोनी अतुल सोनकर ने बताया कि अय्यूब रविवार रात पौने दस बजे रहीसुद्दीन के घर पहुंचा और सीमापुरी जाने की बात कह उन्हीं के घर भूतल पर लेट गया। रहीसुद्दीन ढाई बजे लघुशंका के लिए उठे, जिसका अय्यूब पहले से इंतजार कर रहा था। अय्यूब ने 10 लाख रुपये की मांग की, जिससे रहीसुद्दीन ने इन्कार किया और तुरंत उसने तुरंत रहीसुद्दीन को गोली मार दी। आवाज सुनकर छत पर सो रहे इमरान, अजहरुद्दीन, फातिमा और फिर अफसाना नीचे उतरीं।

रहीसुद्दीन के बाद अय्यूब ने अजहरुद्दीन को गोली मारी और सीढ़ियों से भागने की कोशिश की। इसी बीच इमरान और फिर फातिमा को भी गोली मारी। अफसाना ने उसे रोकने का प्रयास किया तो उसने अफसाना को भी गोली मारने की कोशिश की, लेकिन काक करते समय पिस्टल फंस गई। अफसाना ने उसे पकड़ने की कोशिश की, जिस कारण उसकी शर्ट का एक बटन टूट गया।


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