गाजियाबाद में 'दबंगों' से परेशान परिवार ने किया पलायन का ऐलान, दीवार पर लिखा- मकान है बिकाऊ
गाजियाबाद के मोदीनगर में एक परिवार ने घर पर पलायन का पोस्टर लगाया है। पशुप्रेमी शाह आलम ने कुत्तों की देखभाल करने के कारण पड़ोसी द्वारा प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया है। कुत्ते को पीटने पर थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद से उन पर दबाव बनाया जा रहा है। पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कॉलोनी छोड़ने का ऐलान किया।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जनपद के मोदीनगर की किदवईनगर कॉलोनी में एक परिवार ने अपने घर पर पलायन का पोस्टर चस्पा कर दिया है। उन्होंने घर और क्षेत्र को छोड़कर जाने का जो कारण बताया है वह चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं, पीड़ित ने पुलिस पर भी कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है।
...तो घर पर पलायन के पोस्टर चिपका दिये
दरअसल, पीड़ित एक पशुप्रेमी है। वह उस क्षेत्र में पशुओं की देखभाल करते हैं। हाल ही में उनके एक पड़ोसी को कुत्ते ने काट लिया था। इस पर चिढ़कर पड़ोसी ने कुत्ते की जमकर पिटाई कर दी थी। यह बात पशुप्रेमी पीड़ित को नागवार गुजरी। इसके बाद से कॉलोनी का माहौल ही बदल गया। इसी क्रम में बृहस्पतिवार को पशुप्रेमी ने अपने घर पर पलायन के पोस्टर चिपका दिये।
बोले- कुत्तों की सेवा करना मेरा दोष
वहीं, एक वीडियो जारी कर पीड़ित पक्ष ने बताया है कि इस कॉलोनी में आवारा कुत्तों की सेवा करने के कारण ही उनको दोषी माना जा रहा है। तस्वीर में पीड़ित के घर के तीन सदस्य नज़र आ रहे हैं। साथ ही, उनके घर की दीवार पर पलायन का पोस्टर भी चस्पा दिख रहा है। एक पोस्टर में लिखा है, 'दबंगों से परेशान होकर मकान बिकाऊ है।' वहीं, दूसरे पोस्टर में लिखा है, 'यह मकान बिकाऊ है।'
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मुकदमा दर्ज कराने पर बदला माहौल
इस संबंध में प्राप्त शुरुआती जानकारी के अनुसार, आरोपितों के उत्पीड़न से परेशान परिवार ने घर पर पलायन के पोस्टर लगाए हैं। यह गाजियाबाद के मोदीनगर की किदवईनगर कॉलोनी की है।
पीड़ित शाह आलम एक पशुप्रेमी हैं। वह काॅलोनी के कुत्तों की देखरेख करते हैं। उनकी नि:स्वार्थ सेवा करते हैं। पिछले दिनों पड़ोसी ने कुत्ते को पीटा तो शाह आलम ने थाने में शिकायत दी।
तभी से शाह आलम पर तरह-तरह का दबाव बनाया जा रहा दबाव। पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए अब शाह आलम ने मकान और कॉलोनी छोड़कर जाने का ऐलान कर दिया है।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
फिलहाल, इस पूरे मामले में पुलिस की ओर से कोई बयान नहीं आया है। मगर यह विवाद बड़ी ही तेज गति से चर्चा का विषय बनता जा रहा है। वहीं, आरोपितों ने भी अभी तक अपना कोई पक्ष नहीं रखा है।
शुरुआती जानकारी के अनुसार, आवारा कुत्तों की सेवा करने के कारण उस परिवार के घर पास कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है। इससे कॉलोनी के अन्य लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है। सारे विवाद और फसाद की जड़ यही है।

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