गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। गाजियाबाद में व्यापारियों से तीन अलग-अलग ठगी की घटना सामने आई है। ठगी की घटना में अलग-अलग व्यापारियों को जालशाजों ने करीब 86 लाख रुपये से अधिक का चूना लगाया है। ठगी के तीनों मामले में रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है। मेरठ के बागपत रोड के रहने वाले सिद्धांत जैन का गाजियाबाद के लोहामंडी में कारोबार है।

उनके एक दोस्त पवन त्यागी ने प्रस्ताव रखा कि मुंबई में आरबीटी मैटालिक्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से मंजू त्यागी व राघव त्यागी की कील बनाने की फैक्ट्री है। आर्थिक तंगी के कारण यह फैक्ट्री बंद पड़ी है, यदि इसमें कुछ पैसा लगा दिया जाए तो इसे शुरू किया जा सकता है।

13 लाख रुपये लेकर बनाया पार्टनर

इस पर सिद्धांत से 13 लाख रुपये लेकर उन्हें पार्टनर व डायरेक्टर बना लिया गया और फैक्ट्री की मशीनरी लोहा मंडी में शिफ्ट कर इसे शुरू कर दिया गया। कुछ समय तक सिद्धांत फैक्ट्री नहीं जा सके। बाद में फैक्ट्री पहुंचे तो वहां मशीनरी व अन्य सामान गायब था और फैक्ट्री खाली थी। जानकारी करने पर पता चला कि आरोपितों ने फर्जी हस्ताक्षर व दस्तावेज तैयार कर उनका इस्तीफा लगाकर पार्टनर व डायरेक्टर के पद से हटा दिया है और फैक्ट्री को दूसरी जगह लगा लिया है।

मशीन खरीद के नाम पर ठगे 50 लाख रुपये

इसके अलावा एक और ठगी के मामला कवि नगर थाना क्षेत्र के लोहा मंडी से ही जुड़ा है। पीड़ित हरिओम गोयल की लोहा मंडी में अजनेय इंटरप्राइजेज के नाम से फर्म है। उनका कहना है कि उन्होंने अहमदाबाद ताल्लुका कढ़ी की भैरव रोलिंग मिल्स प्राइवेट लिमिटेड के जुगल से 50 लाख रुपये का भुगतान कर पुरानी मशीन खरीदी थी। मई 2022 उन्होंने पैसे का भुगतान कर दिया था।

एक माह में मशीन डिलीवरी कराने का वादा किया गया था। इसके बाद भी जुगल ने मशीन नहीं भेजी। आरोप है कि जुगल ने उनकी फर्म के नाम से माल डिलीवरी का बिल बना लिया और एक ट्रक नंबर के माध्यम से माल डिस्पैच कराना दिखाया। जांच की गई तो उस नंबर का ट्रक ही नहीं मिला। उन्होंने जुगल से पैसे वापस मांगे तो उसने जान से मारने की धमकी दी। 

बता दें कि गाजियाबाद के कवि नगर थाना क्षेत्र के गाेविंदपुरम में एक आरोपित ने कारोबारी से कारोबार के नाम पर 26.36 लाख रुपये हड़प लिए। गोविंदपुरम के रहने वाले संजीव गर्ग की मेरठ रोड औद्योगिक क्षेत्र में डीकेवाइ सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी है। उनका कहना है कि कंपनी के साथ सूरजपुर गौतमबुद्धनगर के जगतरन दानसिंह एंड कंपनी के मालिक राजेंद्र, जतिंद्र व देवेंद्र का भी कारोबार था।

कारोबार के नाम पर हड़पे रुपये

वर्ष 2022 में तीनों लोग उनके पास हिसाब-किताब के लिए आए तो उनपर 23.86 लाख रुपये बकाया निकले। आरोप है कि तीनों ने फर्जी तरीके से कंपनी के दस्तावेजों पर जीएसटी प्राप्त कर ली और उनके साथ धोखाधड़ी की। कुछ दिन बाद आरोपितों ने उन्हें हिसाब करने के लिए फैक्ट्री पर बुलाया। वह वहां पहुंचे तो आरोपितों ने अपने साथी राजेश मदान व अन्य ने उनके सा गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी।

आरोप है कि आरोपित पूर्व में ही अपनी कंपनी बेच चुके हैं और मौके पर उनकी कोई कंपनी नहीं थी। ठगी के तीनों मामलों गाजियाबाद के कवि नगर थाना में केस दर्ज कर लिया गया है। वहीं एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा कि मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के बाद आगे की जांच की जा रही है। 

Edited By: Shyamji Tiwari