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जीडीए ने सील किए थे फ्लैट, बिल्डर ने सील हटाकर दो परिवारों को उसी फ्लैट में बसाया

जीडीए के भवन नियमों का उल्लंघन करते हुए बिल्डर अधिक यूनिटें बना रहे हैं। यदि जीडीए उसे सील कर दे रहा है तो भी वो उसमें परिवारों को बसा दे रहे हैं।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Sun, 22 Dec 2019 05:19 PM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 05:19 PM (IST)
जीडीए ने सील किए थे फ्लैट, बिल्डर ने सील हटाकर दो परिवारों को उसी फ्लैट में बसाया
जीडीए ने सील किए थे फ्लैट, बिल्डर ने सील हटाकर दो परिवारों को उसी फ्लैट में बसाया

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। गाजियाबाद के तमाम इलाकों में इन दिनों अवैध निर्माण जारी है। सबसे बुरा हाल सिंगल यूनिट के प्लाटों पर मल्टी यूनिटें बनाए जाने का है। कई इलाकों में हुए ऐसे अवैध निर्माणों पर कार्रवाई करते हुए जीडीए की टीम ने उसे सील कर दिया है उसके बाद भी बिल्डर उन फ्लैटों में लोगों को बसा दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जिसके बाद अब बिल्डर पर एफआईआर दर्ज करवाई जा रही है। इसी के साथ जीडीए की एन्फोर्समेंट टीम बिल्डिंग को तोड़ने का प्लानिंग कर रही है।

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वसुंधरा इलाके में और भी बुरा हाल 

आवास विकास परिषद के वसुंधरा इलाके में इससे भी बुरा हाल है। यहां तो स्टिल्ट के साथ चार मंजिल इमारत बनाने का नक्शा ही पास नहीं होता है उसके बाद भी दर्जनों इमारतें बनकर तैयार हैं। यदि आप वसुंधरा इलाके में फ्लैट खरीदने जा रहे हैं तो एक बार आवास विकास परिषद जाकर उस इमारत पर पास की गई यूनिटें और अन्य चीजों के बारे में जानकारी अवश्य कर लें। यहां के कुछ सेक्टरों में अधिकारियों की मिलीभगत से अभी भी इस तरह के निर्माण धड़ल्ले से जारी हैं। शिकायतें हो रही हैं मगर अधिकारी उसे कागजों में ही निपटा दे रहे हैं। सेक्टर-1, 3, 5, 9, 10 में ऐसी इमारतें देखने को मिल जाएंगी। 

सील हटाई, फ्लैट में बसाया 

राजेंद्र नगर सेक्टर पांच में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की सील तोड़कर मकान में दो आवंटियों को बसाने पर बिल्डर के खिलाफ साहिबाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। जीडीए अधिकारियों का कहना है कि अब मकान को तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि बिल्डर मुकेश कुमार ने मकान की सील तोड़कर उसमें दो परिवारों को बसा दिया है। इसकी जानकारी मिलने पर शुक्रवार शाम को बिल्डर मुकेश के खिलाफ साहिबाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इस अवैध मकान के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।

4 यूनिट कराई पास, बनाया 16

जीडीए के अवर अभियंता राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि राजेंद्र नगर सेक्टर पांच स्थित प्लॉट संख्या नौ पर बिल्डर मुकेश कुमार यादव द्वारा 16 यूनिट का मकान बनाया गया। जीडीए द्वारा पास नक्शे में केवल चार यूनिट बनाने की अनुमति थी। अवैध निर्माण करने पर मकान को दो माह पूर्व सील कर दिया गया था। साथ ही बिल्डर को हिदायत दी गई थी कि वह अतिरिक्त निर्माण को खुद ही तोड़ दें, लेकिन बिल्डर द्वारा अतिरिक्त निर्माण नहीं तोड़ा गया। इससे पहले इंदिरापुरम में भी एक मामला सामने आ चुका है, यहां 4 यूनिटें पास कराई गई थी और 28 बना दी गई। जीडीए ने यहां ऐसा एक सर्वे भी कराया है जिसमें पास और बनाई गई यूनिटों की डिटेल निकाली गई है।

हो रहे अवैध निर्माण 

ट्रांस हिंडन के वसुंधरा, इंदिरापुरम, शालीमार गार्डन, राजेंद्र नगर, साहिबाबाद, डेल्टा कालोनी, बृज विहार, सूर्य नगर समेत अन्य स्थानों पर धड़ल्ले से अवैध निर्माण हो रहे हैं। जीडीए की अधिकारियों ने राजेंद्र नगर व शालीमार गार्डन में 20 भवनों को चिह्नित किया है, जहां पर अवैध निर्माण किया गया है। चार की जगह 16 और 6 की जगह 26 यूनिटें बनाई गई हैं। इन अवैध निर्माण को तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी।

जीडीए वीसी का निर्देश 

जीडीए उपाध्यक्ष कंचन वर्मा के सख्त निर्देश हैं कि यदि कोई भी बिल्डर अतिरिक्त यूनिट बनाता है तो उस मकान के फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं होगी। अवैध निर्माण को सील कर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। जीडीए ने दो हजार से अधिक अवैध फ्लैटों को चिह्नित किया। इसको सील करने व तोड़ने की भी कार्रवाई शुरू की गई थी लेकिन प्रदूषण की समस्या की वजह से एनजीटी ने सभी कामों पर रोक लगा दी। दो माह तक काम बंद रहे, अब धारा 144 लगा दी गई है जिसके कारण काम नहीं हो पा रहे हैं। 

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