ठगों ने ऑनलाइन वॉलेट के जरिए खाते से 55 हजार उड़ाए, मामला दर्ज
पेटीएम की केवाइसी के नाम पर ठगी के कई मामले आ रहे हैं। मगर अब कुछ केस में पीड़ित पेटीएम कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं।
जासं, गाजियाबाद: पेटीएम की केवाइसी के नाम पर ठगी के कई मामले आ रहे हैं। मगर अब कुछ केस में पीड़ित पेटीएम कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप लगा रहे हैं। पेटीएम कर्मी को फोन करने के दो मिनट बाद ही ठग की कॉल आने के बाद अब ठगों की कॉल काटने पर पेटीएम बंद होने का मामला आया है। इसके बाद आरोपितों की दुबारा कॉल आई और है¨कग एप इंस्टॉल करा 55 हजार रुपये उड़ा लिए गए। नगर कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पंचवटी में रहने वाले पीड़ित के मुताबिक एक फरवरी को उनके पास कॉल आई कि पेटीएम खाते की केवाइसी 70 फीसद हुई है। इसे पूरा कराना होगा। पीड़ित ने कॉलर को धमकाकर फोन काट दिया। कुछ देर बाद उन्होंने ट्रांजैक्शन करनी चाही तो पेटीएम बंद हो गया। इसके बाद दुबारा ऐसी ही कॉल आई। पेटीएम बंद होने से वह झांसे में आ गए और कॉलर के बताए अनुसार क्विक सपोर्ट एप इंस्टॉल कर उसे फोन को एक्सेस करने की परमीशन दे दी। ठग ने चेक करने के लिए एक रुपये की ट्रांजैक्शन करने को कहा तो पीड़ित ने सबसे कम बैलेंस वाले खाते की डिटेल्स दे दीं। इस पर आरोपित ने दूसरा खाता देने को कहा। दूसरे खाते के डेबिट कार्ड की डिटेल्स देते ही 55 हजार रुपये निकाल लिए गए। नगर कोतवाल सत्येंद्र प्रकाश ¨सह का कहना है कि दोनों नंबरों को ट्रेस कर आरपितों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। ---- आधी रात को निकाले 40 हजार जासं, गाजियाबाद: एटीएम कार्ड क्लोन कर ठगों ने आधी रात को पांच बार में खाते से 40 हजार रुपये निकाल लिए। दोगुने रुपये निकालने के लिए ठगों ने 20 हजार रुपये 12 बजे से पहले निकाले और 20 हजार रुपये 12 बजे के बाद। पीड़ित की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर सिहानी गेट थाना पुलिस जांच कर रही है। घूकना निवासी धीरेंद्र ¨सह का इंडियन बैंक में खाता है। सोमवार सुबह वह उठे तो मोबाइल पर पांच मैसेज आए हुए थे। बैंक की ओर से भेजे गए मैसेज में कुल 40 हजार रुपये निकाले जाने की जानकारी थी। धीरेंद्र का कहना है कि रात को वह घर पर ही थे और एटीएम कार्ड भी पास में ही था। दो फरवरी की आधी रात को 12 बजे के करीब 20 हजार रुपये निकाले गए और तीन फरवरी की शुरुआत होते ही फिर इतने की ट्रांजैक्शन कर ली गई। धीरेंद्र का कहना है कि उनके कार्ड की लिमिट 20 हजार है, लेकिन तारीख बदलने के कारण एक ही बार में उनके खाते से 40 हजार रुपये निकाल लिए गए। एसएचओ गजेंद्र पाल ¨सह का कहना है कि बैंक से डिटेल्स मिलने के बाद एटीएम की सीसीटीवी फुटेज निकलवाई जाएगी। ---- सावधानी है जरूरी - किसी के कहने पर से कोई एप इंस्टॉल न करें - साइबर क्राइम का शिकार होने पर गृह मंत्रालय की ओर से जारी टॉल-फ्री नंबर 155260 पर कॉल करें। - डिजिटल पेमेंट के लिए साइबर कैफे या फ्री वाई-फाई का प्रयोग न करें। भुगतान के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पेमेंट गेटवे की वेबसाइट आधिकारिक हो। - मैसेज व ई-मेल भेजकर लॉटरी के नाम पर ठगी से बचें। - ओएलएक्स या कहीं से सेकेंड हैंड चीजें खरीदते वक्त सामान की डिलीवरी से पहले किसी भी हाल में पेमेंट न करें। - नोटिफिकेशन भेजकर यूपीआइ पिन डालने को कहता है तो वह ठग है। - न तो कभी किसी के भेजे क्यूआर कोड को स्कैन करें और न ही यूपीआइ पिन डालें - एटीएम से पैसे निकालने से पहले जांच लें कि उसमे स्किमर तो नहीं लगा। - किसी के कहने पर डेबिट कार्ड नंबर, उसका सीवीवी नंबर, ओटीपी आदि न बताएं। - फ्रॉड ट्रांजैक्शन होने पर तुरंत कार्ड ब्लॉक कराएं और बैंक से लेकर डिस्प्यूट फॉर्म जरूर भरें।