Ghaziabad News: साहब मैं सरकारी अध्यापक हूं राशन कार्ड वापस ले लो, रिकवरी के डर से खुद कार्ड सरेंडर करने लगे लोग
Ghaziabad News गाजियाबाद में अपात्र राशन कार्ड धारकों पर प्रशासन का भय देखने को मिल रहा है। जिले में रिकवरी के डर से अपात्र लोग खुद से अपना राशन वापस करने लगे हैं। जानकारी के मुताबिक अब तक 6510 अपात्रों ने राशन कार्ड सरेंडर किए है।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। साहब मैं सरकारी अध्यापक हूं। वर्तमान पोस्टिंग बिजनौर में है। कृपया मेरी पत्नी प्रेमलता के नाम जारी कार्ड को वापस ले लो। सोमवार को जिला पूर्ति कार्यालय में पहुंचे घूकना निवासी सरकारी अध्यापक योगेश वर्मा ने अर्जी देते हुए राशन कार्ड वापस कर दिया है। योगेश का वेतन 40 हजार रूपये है। आयकरदाता के साथ उनके पास कार भी है।
अब तक 6,510 अपात्रों ने राशन कार्ड सरेंडर किए है। कलक्ट्रेट के अलावा तहसील सदर, लोनी और मोदीनगर में कार्ड वापस करने वालों की लंबी कतारें लग रही हैं। अधिकांश लोग कार, एसी और तीन लाख से अधिक वार्षिक आय बताकर कार्ड वापस कर रहे हैं।
मटियाला निवासी रजनीश कुमार ने बताया कि मेरे पास जमीन है। ट्रैक्टर है और कार भी है। कार्ड वापस कर दिया है। वहीं, चिरंजीव विहार निवासी सिमरन ने बताया कि मेरे पास मकान, कार, एसी के साथ सालाना आय तीन लाख रूपये से अधिक है। इसलिए कार्ड वापस कर दिया है।
वसूली का आदेश बदला गया
जिला पूर्ति अधिकारी डा. सीमा ने बताया कि खाद्य एवं रसद आयुक्त सौरभ बाबू द्वारा आदेशों के क्रम में अपात्र कार्ड धारक से लिए गए खाद्यान्न की वसूली संबंधी आदेश को बदल दिया गया है। अब किसी भी कार्ड धारक से कोई वसूली नहीं होगी। उनका दावा है कि वसूली का कोई प्रविधान नहीं है। इस संबंध में कभी कोई आदेश जारी नहीं हुआ है।
वहीं, मेरठ मंडल आयुक्त सुरेंद्र सिंह द्वारा आठ अप्रैल 2022 को जारी आदेश के क्रम में पूर्ति अधिकारी द्वारा जारी विज्ञप्ति में चेतावनी दी गई थी कि अपात्र कार्ड धारक से 24 रूपये प्रति किलोग्राम गेहूं और 32 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से चावल की वसूली होगी। चर्चा है कि जिला पूर्ति अधिकारी से शासन स्तर से वसूली संबंधी आदेश जारी करने को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
2.58 लाख कार्ड धारकों को नहीं मिला राशन
जिले में इस महीने राशन वितरण व्यवस्थ गड़बड़ा गई है। कार्ड धारक 4.38 लाख हैं लेकिन राशन केवल 1.80 लाख को ही मिला है। 2.58 लाख कार्ड धारकों को अभी तक राशन नहीं मिला है। दरअसल सरसों का तेल समय से नहीं मिलने की वजह से 558 दुकानों की जगह केवल 392 दुकानों पर ही राशन वितरण हो रहा है। रोज अनेक लोग राशन न मिलने की शिकायत अधिकारियों से कर रहे हैं।