Ghaziabad Cylinder Blast: लोनी में धमाका ऐसा कि लगा फट गया बम, 500 मीटर तक सुनाई दी गूंज
Ghaziabad Cylinder Blast पुलिस व प्रशासन की टीम मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि कोतवाली क्षेत्र की बब्लू गार्डन कालोनी में सिलेंडर फटने से 50 वर्ग गज का मकान जमींदोज हो गया। पांच लोग मकान में दब गए।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। Ghaziabad Cylinder Blast: गाजियाबाद के लोनी में गैस सिलेंडर फटने से चार लोगों की मौत के बाद पूरी कालोनी में मातम छाया हुआ है। स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि आसपास के करीब 500 मीटर तक इसकी आवाज गई। लोगों को लगा कि बम फटा है। आसपास के लोग धमाके की आवाज सुनकर घरों से बाहर भागे। मकान गिरने पर लोगों ने तुरंत मलबा हटाना शुरू किया।
नहीं मिले सिलेंडर के अवशेष, जांच जारी
एसपी देहात ईरज राजा ने बताया कि मृतकों के शव पोस्टमार्टम को भेजे गए हैं। मौके पर अधिक लोग होने के कारण पूरा मलबा नहीं हट सका है। मलबे में सिलेंडर के अवशेष नहीं मिले हैं। पुलिस व प्रशासन की टीम मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि कोतवाली क्षेत्र की बब्लू गार्डन कालोनी में सिलेंडर फटने से 50 वर्ग गज का मकान जमींदोज हो गया। पांच लोग मकान में दब गए।
एनडीआरएफ, प्रशासन, नगरपालिका और पुलिस की टीम ने लोगों को बाहर निकला। मलबा में दबने से गृहस्वामी मुनीर की 15 वर्षीय बेटी सानिया, 24 वर्षीय बहू रुकैया, दस माह की पोती इनायत और 21 वर्षीय रिश्तेदार शबनूर की मौत हो गई। आइजी प्रवीण कुमार, डीएम राकेश कुमार सिंह, एसएसपी मुनिराज जी. ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। फारेंसिक टीम ने जांच के लिए नमूने एकत्र किए हैं।
गैस एजेंसियां चेक करने के लिए नहीं भेजती टीमें
गैस एजेंसियां समय-समय पर टीम भेजकर घरों में सिलेंडर, पाइप, रेगूलेटर चेक कराती थीं। जिससे हादसों का ग्राफ कम रहता था। आरोप है कि एक दशक से एजेंसियों ने टीम भेजना बंद कर दिया है। अब सिलेंडर चेक नहीं होते। अज्ञानता के कारण लोग कटे-फटे पाइप का प्रयोग करते हैं। जिससे हादसों की संख्या बढ़ गई है। यदि यह सेवा दोबारा चालू हो जाए तो हादसों में कमी आएगी।
सिलेंडर फटने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए बरतें ये सावधानी
लोग सप्लायर से सिलेंडर का एक्सपायरी डेट की जानकारी करें। सिलेंडर की तीन पट्टियों पर अंकित नंबर चेक करें। अपनी किताब में सिलेंडर का नंबर सप्लायर से लिखवाएं। बिना सील का सिलेंडर न खरीदें। सील खुली होने पर एजेंसी पर सूचना दें। किसी भी अनाधिकृत विक्रेता से सिलेंडर न लें।