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कोरोना के लक्षण हैं तो न हों परेशान, बिना डॉक्टर की परामर्श के करा सकते हैं जांच Ghaziabad News

अस्पताल प्रबंधन इमरजेंसी व हेल्प डेस्क पर आने वाले ऐसे लोगों का भी अनिवार्य रूप से टेस्ट कर रहा है जिनमें कोरोना का कोई लक्षण है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 02:57 PM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 02:57 PM (IST)
कोरोना के लक्षण हैं तो न हों परेशान, बिना डॉक्टर की परामर्श के करा सकते हैं जांच  Ghaziabad News
कोरोना के लक्षण हैं तो न हों परेशान, बिना डॉक्टर की परामर्श के करा सकते हैं जांच Ghaziabad News

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। जिले में कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए अब रोजाना करीब चार हजार लोगों की कोरोना जांच की जा रही है। इसमें अधिकांश जांच रैपिड एंटीजन किट से की जा रही हैं। यदि आपको भी ऐसा लगता है कि आपमें कोरोना के लक्षण हैं या आप कोरोना की चपेट में हैं तो एमएमजी जिला अस्पताल में अपना टेस्ट करा सकते हैं। वह भी बिना किसी डॉक्टर की परामर्श के।

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अस्पताल प्रबंधन इमरजेंसी व हेल्प डेस्क पर आने वाले ऐसे लोगों का भी अनिवार्य रूप से टेस्ट कर रहा है, जिनमें कोरोना का कोई लक्षण है।

एमएमजी अस्पताल में हो रही जांच

दरअसल, कोरोना को लेकर लगातार गाइडलाइंस में बदलाव हो रहा है। कोरोना का सैंपलिंग बूथ लगाने के बाद भी लोगों की जांच नहीं की जा रही थी। रोजाना ऐसे मामले सामने आते थे कि डॉक्टर की परामर्श के बाद भी लोगों को कोरोना जांच के लिए टरकाया जा रहा है। मगर अब ऐसा नहीं है। एमएमजी अस्पताल में जाने वाले लगभग हर व्यक्ति की कोरोना जांच की जा रही है।

अस्पताल के सीएमएस (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक) डॉ. अनुराग भार्गव ने बताया कि हाल में ही अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात एक चिकित्सक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इस कारण एहतियात बरता जा रहा है। साथ ही सीएमओ की ओर से पर्याप्त संख्या में टेस्ट किट दी गई हैं। इसलिए जरा भी शंका होने पर अस्पताल में आने वाले व्यक्ति की तुरंत जांच कराई जा रही है। इतना ही नहीं यदि कोई व्यक्ति आकर अपने टेस्ट के लिए कहता है तो उसकी जांच भी की जा रही है। इसमें किसी डॉक्टर के परामर्श की जरूरत नहीं है। जांच से पहले मरीज से उसका कारण जरूर पूछा जाता है।

कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन के लिए अब चलेगी जिले में सख्ती

वहीं, जिले में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिए पुलिस-प्रशासन अब सख्ती से पेश आएगा। इसके तहत अब मास्क न लगाने पर पहली बार 100 रुपये और दूसरी बार 200 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही जिन दुकानों पर मास्क का प्रयोग नहीं पाया जाएगा, उन्हें पांच दिन के लिए बंद करा दिया जाएगा और पुलिस द्वारा संबंधित के खिलाफ धारा-188 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। वहीं सब्जी, दूध विक्रेता, रेहड़ी पटरी वालों का अभियान चलाकर कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। इस संबंध में कलक्ट्रेट सभागार में जिले के नोडल अधिकारी ने अधिकारियों के साथ बैठक ली और बैठक में विभिन्न दिशा-निर्देश दिए।


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