Coronavirus Ghaziabad: नोएडा में बाजार खुलने की नियमों में हो सकता है बदलाव, जानें गाजियाबाद और हापुड़ का हाल
देश में बढ़ते कोरोना वायरस मामलों के बीच जाने अपने जिले का हाल। यहां जानें गाजियाबाद नोएडा और हापुड़ में कोरोना वायरस की स्थिति क्या है।
गाजियाबाद, जेएनएन। देश में इस वक्त कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या एक लाख 60 हजार का आंकड़ा पार कर गई है। इसी बीच आपको थोड़ी सावधानी और अपना आसपास की जानकारी होने जरुरी है। राज्य और देश में कोरोना वायरस की स्थिति के साथ ही आपको अपने जिले में कोरोना वायरस की स्थिति के साथ नियमों में क्या बदलवा किए जा रहे हैं। उसके बारे में भी पता होना चाहिए। सबसे पहले तो आपको बता दें कि देश में इस वक्त कोरोना वायरस के 89987 संक्रमित मामले हैं। कुल मामलों में से अब तक 71105 संक्रमित लोग ठीक हो गए हैं और 4706 संक्रमित लोगों की मौत हो गई है।
Coronavirus Hapur, Ghaziabad and Noida Updates
- नोएडा-ग्रेटर नोएडा के हजारों व्यापारियों की समस्याओं का निवारण किया जाएगा। बाजार बंद नहीं होंगे और आने वाले दिनों में उन्हें खोला जाएगा। शनिवार और रविवार को साप्ताहिक बंदी की जगह मंगलवार को बाजार बंद हो इस पर विचार जाएगा।
नई व्यवस्था किस प्रकार की होगी? इस पर सभी विभागों से बातचीत करके एक राय ली जाएगी। संभवता यह परिवर्तित व्यवस्था एक जून से लागू हो सकती है। यह आश्वासन जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल को दिया है।
हापुड़ में कोरोना वायरस के नए मामले
- हापुड़ में कोरोना के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होती ही जा रही है। बृहस्पतिवार को नगर पिलखुवा के दो और मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। पिछले चार दिनों पर निगाह डालें तो 40 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। लगातार बढ़ती मरीजों की संख्या को देख प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। जनपद में मरीजों की संख्या 140 हो गई है। इनमें से 67 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
गाजियाबाद में नहीं सील किया गया टॉवर
एक तरफ कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है तो वहीं स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की लापरवाही लगातार बढ़ती जा रही है। इसीलिए आंकड़ों में घपलेबाजी भी सामने आ रही है। एनएच-9 स्थित महागुनपुरम सोसायटी के गायत्री टावर को बृहस्पतिवार को सील किया गया, जबकि यहां रविवार को कोरोना संक्रमित पाया गया था। कोरोना संक्रमित को तो उसी दिन स्वास्थ्य विभाग की टीम ले गई, लेकिन टावर को सील नहीं किया गया।
आरोप है कि यहां डिसइन्फेक्शन के नाम पर भी खानापूरी की गई। यहां 24 मई को कोरोना संक्रमित मिला था और चार दिन तक इस टावर के लोग न सिर्फ सोसायटी में बल्कि बाहर भी आते-जाते रहे। सिर्फ महागुनपुरम ही नहीं, बल्कि अन्य जगह को भी सील करने में देरी की जा चुकी है। कोरोना संक्रमित के परिवार को तुरंत होम क्वॉरंटाइन करा डिसइंफेक्ट कराया गया था।