गाजियाबाद में कोरोना के बढ़ते ही तेज हुई कांट्रेक्ट ट्रेसिंग, सक्रिय मरीजों की संख्या पहुंची 309
संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल को एक बार फिर से कोविड एल-2 में तब्दील कर दिया गया है। अस्पताल में ओपीडी बंद कर दी गई है। डीएम अजय शंकर पांडेय ने सुबह को अस्पताल का निरीक्षण किया।इसके अलावा संतोष अस्पताल में भी कोरोना मरीजों को भर्ती किए जाने का इंतजाम है।
गाजियाबाद [मदन पांचाल]। बेशक कोरोना के केस जिले में धीरे-धीरे फिर से बढ़ रहे हों लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट बेहद चौंकाने वाली है। मार्च 2020 से लेकर 31 मार्च 2021 तक जिले के 8,71,518 लोगों की कोरोना जांच कराई गई। इनमें से अब तक 8,70,762 की जांच रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। 8,43,512 लोगों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। खास बात यह है कि अब तक 53,432 ऐसे लोगों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है,जिन्हे तेज बुखार था। कोरोना संदिग्ध मानते हुए इनकी जांच कराई गई थी। जिले में मिले 27,306 संक्रमितों के सापेक्ष 26,895 स्वस्थ हो चुके हैं। 102 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। सक्रिय मरीजों की संख्या 309 है।
संयुक्त अस्पताल में शुरू हुआ कोविड एल-2
बृहस्पितवार को संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल को एक बार फिर से कोविड एल-2 में तब्दील कर दिया गया है। अस्पताल में ओपीडी बंद कर दी गई है। डीएम अजय शंकर पांडेय ने सुबह को अस्पताल का निरीक्षण किया। इसके अलावा संतोष अस्पताल में भी कोरोना मरीजों को भर्ती किए जाने का इंतजाम है। स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों का पूरा विवरण मांगा है।
53 हजार बुखार के मरीज भी नहीं मिले संक्रमित
मार्च 2020 से लेकर मार्च 2021 तक मेरठ मंडल में सबसे अधिक कोरोना जांच जिले में की गईं हैं। अब तक 8.43 लाख लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आने के साथ जिला सेफ जोन में है। 53 हजार बुखार एवं तीस हजार जुकाम के मरीजों की जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव आई हैं। पचास हजार से अधिक बुजुर्ग एवं दो लाख से अधिक संक्रमितों के नजदीकी लोगों की रिपोर्ट भी नेगेटिव आ चुकी हैं। केस बढ़ने पर कांटेक्ट ट्रेसिंग तेज कर दी गई है।
ज्ञानेंद्र कुमार मिश्रा, जिला मलेरिया अधिकारी
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