Kisan Andolan: राकेश टिकैत की मौजूदगी में यूपी गेट पर प्रदर्शनकारियों की नाकेबंदी, बिना अनुमति नहीं मिल रहा प्रवेश
Kisan Andolan तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर नवंबर 2020 से धरना प्रदर्शन चल रहा है। प्रदर्शनकारियों का राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे सर्विस रोड की दिल्ली जाने वाली लेन और फ्लाईओवर के नीचे कब्जा है।
नई दिल्ली/गाजियाबाद [अवनीश मिश्र]। तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर के चारों बार्डर (शाहजहांपुर, टीकरी, सिंघु और गाजीपुर) पर हरियाणा और पंजाब समेत कई राज्यों के किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। इस बीच शुक्रवार को भी यूपी गेट पर नाकेबंदी रही। किसान प्रदर्शनकारी अपने बनाए चेकपोस्टों पर तैनात हैं और बिना उनकी अनुमति के कोई भी आगे नहीं जा रहा है। सुरक्षा-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल भी तैनात है।
बना रखा है तीन चेकपोस्ट
गौरतलब है कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में यूपी गेट पर नवंबर, 2020 से धरना प्रदर्शन चल रहा है। प्रदर्शनकारियों का राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, सर्विस रोड की दिल्ली जाने वाली लेन और फ्लाईओवर के नीचे कब्जा है। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-नौ पर अभय खंड अंडरपास, खोड़ा और फ्लाईओवर के नीचे अपना तीन चेकपोस्ट बना रखा है। इन पर प्रदर्शनकारी तैनात रहते हैं। वह अपने पास वाकी-टाकी रखते हैं। यहां आने वालों का पहचान पत्र आदि जांच करके आगे जाने देते हैं।
बता दें कि बृहस्पतिवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक तंबू की कुछ बल्लियों और पर्दों को खोलकर दावा किया था कि उन्होंने रास्ता नहीं रोक रखा है। रास्ता दिल्ली पुलिस ने रोका है मगर हकीकत बिल्कुल इसके उल्टा है। आलम यह है कि बिना प्रदर्शनकारियों की अनुमति के कोई आवाजाही कर ही नहीं सकता है। शुक्रवार को भी ऐसा ही रहा। प्रदर्शनकारी अपने चेकपोस्ट पर खड़े रहे। उनकी अनुमति के बाद ही किसी को भी अंदर प्रवेश मिला। प्रदर्शनकारियाें का कहना है कि प्रदर्शन स्थल पर असामाजिक तत्वों का प्रवेश रोकने के लिए जांच-पड़ताल की जा रही है।
हो चुका है विवाद
चेकपोस्ट पर प्रदर्शनकारियों की जांच-पड़ताल के दौरान कई बार विवाद हो चुका है। सितंबर के अंतिम सप्ताह में प्रदर्शनकारियों ने एक युवक को संदिग्ध बताते हुए पकड़ लिया। बाद में वह उन्हीं का आदमी निकला। इसके पहले अगस्त के दूसरे सप्ताह में कार सवार पांच युवकों से मारपीट हुई। मार्च में पुलिसकर्मियों से झड़प हो चुकी है। मामला कौशांबी थाने तक पहुंचा।
हाईवे पर चला मंच
प्रदर्शनकारियों ने हाईवे पर ही अपना मंच बना रखा है। उसके सामने लंगर चल रहा है। शुक्रवार को चंद प्रदर्शनकारी मंच से भाषण देते रहे। मंच के सामने चंद प्रदर्शनकारी बैठे दिखे। वहीं, हाईवे, सर्विस रोड और फ्लाईओवर के नीचे तंबू सभी तंबू गड़े रहे। शौचालय, पानी की टंकी लगी रही। पानी की टंकियां खड़ी रहीं।
तैनात रही पुलिस
क्षेत्र को सात जोन और 12 सेक्टर में बांटकर सुरक्षा-व्यवस्था पुख्ता की गई है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की राउंड द क्लाक ड्यूटी लगाई गई है। चार कंपनी पीएसी तैनात है। पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय गाजियाबाद ज्ञानेंद्र सिंह का कहना है कि कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था है।