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कोरोना से बचाव के लिए 52 हजार लोगों को बांटी गई आर्सेनिक एलबम दवा

जिला होम्योपैथिक अधिकारी की मानें तो लॉकडाउन में अब तक 52675 लोगों को आर्सेनिक एलबम-30 दवा बांटी जा चुकी है।

By Neel RajputEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2020 02:48 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2020 02:48 PM (IST)
कोरोना से बचाव के लिए 52 हजार लोगों को बांटी गई आर्सेनिक एलबम दवा
कोरोना से बचाव के लिए 52 हजार लोगों को बांटी गई आर्सेनिक एलबम दवा

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आर्सेनिक एलबम-30 की दो बूंद या फिर चार गोली छह महीने के लिए काफी है। कोरोना से बचाव के लिए कारगर एवं आयुष मंत्रालय द्वारा सुझाई गई होम्योपैथिक दवा आर्सेनिक एलबम-30 वन एम की मांग तेजी से बढ़ गई है। जिला होम्योपैथिक अधिकारी की मानें तो लॉकडाउन में अब तक 52,675 लोगों को आर्सेनिक एलबम-30 दवा बांटी जा चुकी है।

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आम लोगों के अलावा पुलिस के जवानों को भी दवा दी गई है। डासना जेल में बंद कैदियों के साथ ही 13 क्वारंटाइन सेंटरों में भर्ती करीब डेढ़ हजार लोगों को दवा बांटी गई है। हाल ही में अप्रवासी कामगारों की आई भीड़ में कैंप लगाकर यह दवा दी गई है। विदेश से आए यूपी के लोगों को भी दवा दी गई है। अब जिले के हॉटस्पॉट व ग्रामीण क्षेत्रों में दवा बांटने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए पचास हजार छोटी बॉटल खरीदी जा रही हैं। जिले में दो शहरी व 13 ग्रामीण होम्योपैथिक केंद्रों के जरिए दवा का वितरण होगा।

जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉ. रश्मि कांबोज ने बताया कि कोरोना वायरस का खतरा सामान्य तौर पर उन लोगों को है, जिनकी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। सर्दी-खांसी, जुकाम व सांस लेने में परेशानी, शरीर दर्द होने पर आर्सेनिक एलबम-30 वन एम नाम की होम्योपैथिक दवा का एक बार उपयोग करके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत की जा सकती है। सावधानी बरतकर महामारी बन चुकी इस बीमारी से बचा जा सकता है।

आयुष मंत्रालय ने एक एडवायजरी जारी करके कोरोना वायरस से बचाव के लिए आर्सेनिक एलबम-30 वन एम दवा के सेवन की बात कही थी। आर्सेनिक एलबम-30 वायरल के सभी लक्षणों पर काम करती है। इसलिए कोरोना वायरस से बचाव के लिए यह दवा कारगर है। जिले में अब तक 52,675 लोगों को आर्सेनिक एलबम-30 वन एम दवा बांटी गई है। पचास हजार ग्रामीणों को बांटने की तैयारी की जा रही है। चार गोली या दो बूंद दवा छह महीने के लिए काफी होती है। बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को दवा दी जाएगी।


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