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पिता सेना में हवलदार, बेटी आरती तोमर बनीं भारतीय वायु सेना में फाइटर पायलट

भारतीय वायु सेना में देश की नौवीं महिला फाईटर पायलट बनने वाली शहर की आरती तोमर के लिए यह सफर इतना आसान नहीं था। लेकिन कड़ी पहले ही प्रयास में उन्होंने सफलता प्राप्त कर ली।

By Prateek KumarEdited By: Published: Mon, 23 Dec 2019 11:31 PM (IST)Updated: Tue, 24 Dec 2019 09:35 AM (IST)
पिता सेना में हवलदार, बेटी आरती तोमर बनीं भारतीय वायु सेना में फाइटर पायलट
पिता सेना में हवलदार, बेटी आरती तोमर बनीं भारतीय वायु सेना में फाइटर पायलट

मोदीनगर [विकास वर्मा]। मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से ही उड़ान होती है। ये पंक्तियां फाइटर पायलट आरती तोमर पर सटीक बैठती हैं। भारतीय वायु सेना में देश की नौवीं महिला फाईटर पायलट बनने वाली शहर की आरती तोमर के लिए यह सफर इतना आसान नहीं था। लेकिन, कड़ी मेहनत, निष्ठा और लगन से पहले ही प्रयास में उन्होंने सफलता प्राप्त कर ली। एक वर्ष तक चले प्रशिक्षण के बाद 21 दिसंबर को उन्हें एयर चीफ मार्शल आरके भदौरिया ने बैच पहनाकर सम्मानित किया। आरती की इस सफलता से केवल परिजनों का ही नहीं ब्लकि पूरे मोदीनगर का नाम रोशन हुआ है। उनकी सफलता के लिए परिजन और रिश्तेदारों का बधाई देने के लिए घर पर तांता लगा हुआ है।

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सैनिक परिवार में हुआ जन्म

मूलरूप से बागपत जनपद के गांव टढेंरा की रहने वाली आरती का जन्म वर्ष1996 में सैनिक परिवार में हुआ। उनके पिता प्रमोद कुमार सीआईएसएफ के जवान हैं। वर्तमान में वह मुंबई एयरपोर्ट पर हवलदार के पद पर तैनात हैं। शुरुआत से ही घर में देशभक्ति के माहौल के बीच रहीं आरती में देश सेवा करने की ललक थी। बचपन से ही उनका सपना सेना में अधिकारी बनकर देश सेवा करना था। अपने पिता से प्रेरणा लेकर अपना सपना पूरा करने में जुट गई थी

बीटेकी की हुई है पढ़ाई

आरती तोमर की प्रारंभिक शिक्षा शहर के टीआरएम पब्लिक स्कूल से पूर्ण हुई। इसके उपरांत हरिद्वार के केंद्रीय विद्यालय से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट कीश्रेष्ठ अंकों से परीक्षा उत्तीर्ण की। बाद में पौड़ी गढ़वाल से इलैक्ट्रानिक्स एंड कंम्यूनिकेशन विषय में प्रथम श्रेणी में बीटेक पूर्ण की। पढ़ाई पूरी होने के बाद भी वह मन में अधिकारी बनने का सपना लिए तैयारी में जुटी रहीं।

पढ़ाई पर दिया विशेष जोर

समाज को त्यागकर जीवन में केवल पढ़ाई को ही विशेषस्थान दिया। न दिन देखा और न रात देखी। केवल तैयारी में ही जुटी रही। सपना केवल एक सेना में अधिकारी बनना। लेकिन, कड़ी मेहनत का फल आखिर उन्हें मिल ही गया। मई 2018 में एएफएफटीएटी परीक्षा को पास कर लिया। पहले प्रयास में ही उन्हें यह सफलता मिली। कड़ी मेहनत और लगन से बचपन का सपना पूर्ण हो गया। जिसके बाद हैदराबाद स्थित एयरफोर्स एकेडमी में एक वर्ष का कठिन प्रशिक्षण दिया गया। जो 21 दिसंबर को पूर्ण हुआ। अब उनकी पहली पोस्टिंग उड़ीसा के बिदर एयरफोर्स स्टेशन पर हो गई है।

बचपन से ही था सेना में अधिकारी बनने का सपना

फाईटर पायलट आरती तोमर का बचपन से ही सपना सेना में अधिकारी बनना था।इसके लिए वह पूरी सिद्दत से जुट गईं थी। उनके पिता सैन्य जीवन के अनुभव से अवगत कराते रहते थे। जिसको वह अपने जीवन में उतारकर तैयारी करती थीं। जो सपना उन्होंने देखा था वह साकार हो गया। कड़ी मेहनत से उन्होंने मुकामहासिल कर लिया।

देश की नौवीं महिला एयर फाईटर बनी आरती

भारतीय वायु सेना में महिला एयर फाईटर पद पर नौ महिलाएं तैनात हैं। शहरकी आरती तोमर इस क्रम में नौवी एयरफाईटर अधिकारी पद पर तैनात हुई हैं। तैनाती के साथ उनके नाम नई उपलब्धि भी दर्ज हो गई है। यह परिजनों के साथ-साथ मोदीनगर के लिए भी गर्व की बात है।


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