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गाजियाबाद : मुरादनगर हादसे में अब तक 23 लोगों की मौत; डीएम ने की पुष्टि

Muradnagar Ghaziabad Uttar Pradesh Crematorium Incident मुरादनगर हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 पहुंची। जिला एमएमजी अस्पताल में अब तक 19 व्यक्तियों के शव पहुंच चुके हैं। इनकी पहचान की जा रही है। स्ट्रेचर भी कम पड़ गए हैं। जमीन पर ही शव रख दिए गए हैं।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sun, 03 Jan 2021 01:00 PM (IST)Updated: Sun, 03 Jan 2021 08:52 PM (IST)
गाजियाबाद : मुरादनगर हादसे में अब तक 23 लोगों की मौत; डीएम ने की पुष्टि
मुरादनगर के श्मशान घाट पर हुए हादसे में बचाव व राहत कार्य मे लगी प्रशासन की टीम और लोग।

गाजियाबाद [अनिल त्यागी] मुरादनगर में रविवार दोपहर को उखलारसी श्मशान घाट की छत भरभराकर गिर गई। इसमें कई लोग मलबे में दब गए। हादसे में अब तक 23 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है। मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। जिला एमएमजी अस्पताल में अब तक 19 व्यक्तियों के शव पहुंच चुके हैं, इनमें से कुछ की पहचान नहीं हो पाई है, प्रशासन इनकी पहचान कर रहा है। अचानक से इतने लोगों के आने से अस्पताल में स्ट्रेचर भी कम पड़ गए। जमीन पर ही शव रख दिए गए हैं। इस हादसे में 20 से ज्यादा लोग गंभीर रुप से घायल हुए हैं जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। ये सभी लोग अंतिम संस्कार में शामिल होने श्मशान गए थे। 

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गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने बताया करीब 30 लोग मलबे के अंदर मिले, जिनको उपचार के लिए एमएमजी अस्पताल भेजा गया है। 23 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। राहत कार्य तेजी से चल रहा है। आपदा प्रबंधन (NDRF) की टीम  बचाव कार्य में जुटी है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीटर के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर पर दुख व्यक्त किया है। राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी इस दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है। राष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके शोक व्यक्त किया गया है। इसी के साथ उनकी ओर से इस हादसे में शिकार हुए लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की गई है। 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताते हुए कहा कि गाजियाबाद के मुरादनगर में श्‍मशान घाट की छत गिर जाने के कारण कई लोगों की मृत्‍यु के समाचार से मुझे अत्‍यंत दुख पहुंचा है। दुख की इस घड़ी में मैं मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्‍यक्‍त करता हूं, साथ ही कामना करता हूं कि हादसे में घायल हुए लोग जल्‍द से जल्‍द स्‍वस्‍थ हों।  

मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये मुआवजे का ऐलान 

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छत गिरने की घटना में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने हादसे में मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।सीएम ने मण्डलयुक मेरठ और एडीजी जोन से हादसे की रिपोर्ट मांगी है। वहीं, राज्यमंत्री अतुल गर्ग घटनास्थल पर पहुंचे हैं।

  • मुरादनगर हादसे में मरने वालों व घायलों की सूची

  • दिग्विजय पुत्र मुकेश त्यागी निवासी मुरादनगर
  • प्रमोद कुमार पुत्र रामपाल निवासी गंगा विहार मुरादनगर
  • नितिन पुत्र इकबाल सिंह निवासी मुरादनगर
  • नेपाल सिंह पुत्र कालू राम निवासी मुदानगर
  • रोबिन पुत्र अज्ञात, पता अज्ञात
  • दिनेश पुत्र परमानंद निवासी कृष्णा कुंज मोदीनगर
  • उधम सिंह पुत्र रमेश निवासी डिफेंस कॉलोनी मुरादनगर
  • जयवीर पुत्र बलवीर सिंह निवासी मेरठ
  • सुरेश पुत्र दर्शन दयाल लोहियानगर गाजियाबाद
  • सुधाकर पुत्र हरवीर सिंह निवासी मसूरी
  • किशनपाल पुत्र प्रलोभ सिंह निवासी मुरादनगर
  • आठ लोग अभी अज्ञात में हैं, इनकी पहचान नहीं हो सकी है।

दरअसल, दयानंद कॉलोनी निवासी दयाराम की रात को बीमारी के चलते मौत हो गयी थी। उनके अंतिम संस्कार में 100 से ज्यादा मोहल्लेवासी व रिश्तेदार शामिल हुए थे। अंतिम संस्कार की अंतिम प्रक्रिया चल रही थी। पुजारी के आह्वान पर सभी लोग श्मशान घाट परिसर में बने भवन के अंदर खड़े होकर आत्म शांति पाठ कर रहे थे। इसी दौरान एक तरफ की जमीन धंस गयी। परिणामस्वरूप दीवार नीचे बैठ गयी और लेंटर गिर गया। किसी को भागने तक का मौका नहीं मिला। 

चीख पुकार के बीच कुछ लोग उसके अंदर ही मलबे में दब गए जबकि कुछ ने दौड़कर अपनी जान बचाई। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई। भवन ज्यादा पुराना नहीं था। आशंका है कि भराव की जमीन में भवन बना था। अधिक  बारिश में मिट्टी बैठने से घटना हुई है। पुलिस मलबे से जीवित व मृत लोगों को निकालने में लगी है। घायलों को अलग अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छानबीन चल रही है।

बता दें कि मुरादनगर में सुबह 3 बजे से साढ़े आठ बजे तक बारिश हुई। बीच मे कुछ देर बंद रही फिर बारिश शुरू हो गयी। जो भवन गिरा है, वह करीब दस साल पुराना है, नगरपालिका ने उसे बनाया था। मुरादनगर की घटना को देखते हुए मोदीनगर में राज चौपला से ट्रैफिक को हापुड़ रॉड की तरफ डायवर्ट कराया गया। ये वाहन भोजपुर से पिलखुवा होकर गाजियाबाद जाएंगे। 

हादसा वक्त की नजर से

-10ः30 पर मृतक जयराम के स्वजन व अन्य लोग अंतिम संस्कार के लिए मोक्ष धाम पहुंचे

- 11ः10 पर अंतिम संस्कार के पश्चात आत्मा की शांति के लिए सभी लोग गैलरी में जमा होकर प्रार्थना करने लगे

- 11ः15 पर गैलरी का लेंटर जोरदार आवाज के साथ ढह गया और चीखपुकार मच गई

- 11ः30 पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और मौजूद लोगों की सहयता से बचाव कार्य किया

- 11ः55 पर डीएम व एसएसपी मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे लोगों के स्वजनों ने से बात की

- 12ः15 पर एनडीआरएफ की टीम की मौके पर पहुंची और लोगों को मलबे से निकालने का काम शुरू कराया

- 12ः30 पर स्थानीय विधायक अजीतपाल त्यागी दुघर्टनास्थल पर पहुंचे और लोगों को सांत्वना दी

- 12ः40 पर पीएसी की टीम मौके पर पहुंची और मौके पर जमारूभीड़ हो हटाया

- 01ः30 पर भारी बारिश के चलते करंट फैलने की आशंका को देखते हुए बिजली के तारों को काटा गया।

- 02ः10 पर प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री अतुल गर्ग ने मौके पर जाकर बचाव कार्य का जायजा लिया

- 02ः 30 पर कमिश्नर अनीता सी मेश्राम दुर्घटनास्थ्ल पर पहुंची

- 02ः 50 पर आईजी मेरठ जोन प्रवीण कुमार मौके पर पहुचें और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए।

- 03ः20 के करीब बचाव कार्य समाप्त करने के बाद जेसीबी लौटने लगी, हालांकि दुर्घटनास्थल पर भीड़ शाम तक बनी रही।

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